भोपाल। बर्फीली हवाओं के कारण कड़कड़ा रहे मध्यप्रदेश के लिए गुड न्यूज़ है। हिमालय और समुद्र की तरफ से जो ठंडी हवाएं और बादल मध्यप्रदेश के आसमान पर छाए हुए हैं अब वापस लौट जाएंगे। सोमवार से मध्य प्रदेश का आसमान साफ होगा। गुनगुनी धूप निकलेगी। ठंड का असर कब होगा। यह जानकारी स्कायमेट के वैज्ञानिकों ने दी है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 4 और 5 जनवरी को रात के तापमानों में हलकी गिरावट हो सकती है परन्तु, 6 तारीख से एक बार फिर रात और दिन के तापमान में हलकी वृद्धि होने के आसार हैं। आगामी दिनो में कुछ हिस्सो में हल्की से मध्यम वर्षा तथा ओलावृष्टि की संभावना को देखते हुए किसानो को सुझाव दिया जाता है की खड़ी फसलों व नर्सरी में लगे पौधो को क्षति से बचाने के लिए तुरंत उपाय किए जाए। जिन खेतों में वर्षा हो जाने पर पानी के जमने की संभावना हो वहाँ नालियाँ आदि बनाएँ ताकि अत्यधिक पानी का निकास हो सके।
किसानो को चाहिए की फसलों में सिंचाई व छिड़काव के कार्यों को अभी स्थगित करें। वर्षा व बादल छाए रहने के कारण फसलों में कीटो व रोगो का प्रकोप हो सकता है, इसलिए मौसम साफ होते ही फसलों की पूर्णतः जांच करें व उत्तपत्ति पाए जाने पर उचित उपचार करें। आलू व टमाटर में यदि ब्लाइट के लक्षण दिखें तो कार्बेनड़ाजिम को 1 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। चने में कट-वर्म की रोकथाम के लिए मेलाथियान डस्ट को 20 कि.ग्रा. प्रति हेक्टर कि दर छिड़कें। सरसों में यदि चूसक कीट का प्रकोप पाया जाए तो थायोमेथोक्साम को 0.45 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।