भोपाल। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की 2020 की प्रारंभिक परीक्षा हाल ही में संपन्न् हुई है। इस परीक्षा में क्वालीफाई करने वाले विद्यार्थियों को मुख्य परीक्षा में आयोग द्वारा कुछ राहत दी गई है। पीएससी की मुख्य परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों को अब प्रत्येक प्रश्नपत्र में अधिकतम 3300 शब्द ही लिखने होंगे। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने जुलाई 2020 में होने वाली परीक्षा के सिलेबस में बदलाव कर दिया है। इसी बदले पैटर्न पर ही प्रारंभिक परीक्षा आयोजित हो चुकी है। एमपीपीएससी के विशेषज्ञ आनंद जादौन ने बताया कि बदले हुए पैटर्न का स्टूडेंट्स को काफी फायदा मिलेगा, क्योंकि पहले सिलेबस काफी लेंदी था। स्टूडेंट्स तय नहीं कर पाते थे कि वे किस तरह से पूरे सिलेबस को कवर करें। इसलिए आयोग ने प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के सिलेबस में परिवर्तन किया है।
अब स्टूडेंट्स को मेंस में कम शब्दों में प्रश्नों के उत्तर देने होंगे। अभी तक स्टूडेंट्स को मुख्य परीक्षा में 4500 शब्दों में उत्तर देने होते थे, लेकिन अब 3300 शब्दों में आंसर देने होंगे। प्री और मुख्य परीक्षा में मध्यप्रदेश और पॉलिटी का वेटेज बढ़ा दिया गया है। वहीं, वर्ल्ड हिस्ट्री व एक्ट के भाग को हटा दिया गया है। यानी स्टूडेंट्स को वो पढ़ना होगा जो उसे फील्ड वर्किंग में काम आएगा। उन्होंने बताया कि साल 2019 की परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड 4 जनवरी को जारी कर दिए जाएंगे। स्टूडेंट्स आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट पर पहुंचकर अधिक जानकारी जुटा सकते हैं।
मुख्य परीक्षा सिलेबस में इस तरह का किया गया है बदलाव
प्रथम पेपर : इतिहास और जियोग्राफी के सवाल पूछे जाएंगे। विश्व इतिहास का हिस्सा इस पेपर से हटा दिया गया है।
दूसरा पेपर : अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र और समाज शास्त्र के सवाल पूछे जाएंगे। पहले संविधान और अधिनियम के सवाल होते थे, जो इसमें नहीं आएंगे।
तीसरा पेपर : साइंस एंड टेक्नोलॉजी के बेसिक सवाल पूछे जाएंगे। पहले डिजास्टर मैनेजमेंट, क्लाइमेंट बदलाव जैसे विषयों पर सवाल होते थे।
चौथा पेपर : एथिक्स का होता था, जिसे बदलकर दर्शन शास्त्र, मनोविज्ञान और लोक प्रशासन के सवाल पूछे जाएंगे। पहले एथिक्स से जुड़े सवाल अधिक होते थे।