जबलपुर। कोतवाली क्षेत्र स्थित निजी अस्पताल में भर्ती बेनीखेड़ा निवासी श्याम सुंदर केवट (45) जीवन-मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि जानलेवा हमले में आई चोटों के कारण श्याम सुंदर की यह हालत हुई और उसे जीवन रक्षक उपकरण पर रखना पड़ा है। तीन दिन से उसे होश नहीं आया है और उसकी हालत बिगड़ रही है। उधर, कथित तौर पर डायल-100 जवानों, पुलिस अधिकारी पर भी मारपीट के आरोप लगाए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि श्याम सुंदर पर पुलिस समेत कुछ अन्य लोगों ने हमला किया था। जिसके बाद डायल-100 के जवानों ने श्याम सुंदर को मरणासन्न हालत में उसके घर पहुंचाया था। उसे घर छोड़ने के बाद पुलिस जवानों ने स्वजन से कहा था कि कल थाने जाकर एमएलसी करवा लेना।
जबलपुर पुलिस ने किसान के बेटे से कहा कि कल थाने आ जाना
निजी अस्पताल में भर्ती श्याम सुंदर केवट किसानी और मजदूरी करता है। 13 फरवरी को रात करीब 10 बजे वह आगासौद स्थित खेत में पानी लगाने गया था। रात करीब 11 बजे डायल-100 वाहन से पुलिस जवान उसे घर छोड़ने पहुंचे तब वह बेहोशी की हालत में था। श्याम सुंदर के बेटे ने बताया कि पिता को घर पहुंचाने के बाद पुलिस वालों ने बोला था कि कल थाने आ जाना। वह रात भर पिता को होश में लाने की कोशिश करता रहा लेकिन वह नहीं बोले। अगले दिन सुबह उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन अब तक होश नहीं आया है।
प्रत्यक्षदर्शी ने कहा बेहोशी की हालत में देखा था
माढोताल थाना प्रभारी अनिल गुप्ता ने रविवार को श्याम सुंदर के भाई मुन्नालाल व आगासौद निवासी श्रीराम तिवारी को घटना के संबंध में जानकारी लेने के लिए बुलाया था। श्रीराम ने बताया कि 13 फरवरी की रात करीब 9.30 बजे उसने आगासौद में सड़क के किनारे श्याम सुंदर को बेहोशी की हालत में देखा था। उसे लगा कि शराब के नशे में वह धुत पड़ा है। जिसके बाद डायल-100 को उसने सूचना दी। मौके पर पहुंचे डायल-100 के जवानों ने श्याम सुंदर को घर पहुंचाया था। श्याम सुंदर बेहोश कैसे हुआ इस संबंध में श्रीराम और मुन्नालाल जानकारी नहीं दे पाए।
पीठ पर लाठी डंडों के निशान
अस्पताल में भर्ती श्याम सुंदर की पीठ पर लाठी-डंडे से हमला करने के निशान उभर आए हैं। चिकित्सकों ने दावा किया है कि जानलेवा हमले में आई चोटों के कारण श्याम सुंदर को सिर में चोट हो गई है। उसके शरीर में जगह-जगह चोट के निशान हैं और एक हाथ में फ्रैक्चर पाया गया है।
अनिल गुप्ता, टीआई