भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मात्र 12 साल की काव्या जायसवाल ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए एक ऐसे चोर को मार भगाया जो उसकी हत्या करने वाला था। चोर में घर के सभी लोगों को उनके कमरों में लॉक कर दिया था। वह लड़की का गला दबा रहा था और हत्या करने ही वाला था कि तभी काव्या ने एक जोरदार पंच मारा और खुद को (और शायद अपने परिवार को) हत्यारे के चंगुल से बचा लिया।
गांधी नगर पुलिस के मुताबिक, गौंडीपुरा के सामने सागर बंगलो निवासी नरेंद्र जायसवाल हेल्थ मिशन में मैनेजर हैं। शुक्रवार रात नरेंद्र, उनकी पत्नी और बेटा अपने कमरे में सो रहे थे, जबकि उनकी 12 साल की बेटी काव्या अपने रूम थी। काव्या सातवीं की छात्रा है। नरेंद्र ने बताया कि रात ढ़ाई बजे बेटी के शोर मचाने पर उनकी नींद खुली, लेकिन कमरे का दरवाजा बाहर से बंद था। पहले लगा कि काव्या सपने में डर गई है इसलिए शोर मचा रही है। बाद में काव्या ने दरवाजा खोलकर बताया कि एक बदमाश उसका गला दबा रहा था। चोर पहली मंजिल के दरवाजे से भागा। नरेंद्र ने बाहर देखा तो टीन शेड के रास्ते से एक युवक भाग रहा था। बदमाश पहली मंजिल का दरवाजा खोलकर अंदर आया था। वह घर से 700 रुपए और कुछ सामान चुरा ले गया।
घटना की कहानी काव्या की जुबानी
मैं सो रही थी। अचानक एक बदमाश मेरे ऊपर बैठ गया। उसने मेरे दोनों हाथ अपने पैरों से दबा रखे थे। वह दोनों हाथों से मेरा गला घोंट रहा था। मैंने शोर मचाने की कोशिश की, लेकिन गला दबा होने के कारण आवाज नहीं निकल रही थी। मैं घबरा गई थी। बड़ी मुश्किल से हाथ छुड़ाया और उसे जोरदार पंच मारा, जिससे उसकी गले की पकड़ कमजोर पड़ गई। इस बीच मैंने शोर मचाया। घबराकर बदमाश भागा। पापा के कमरे का दरवाजा बाहर से बंद था। मैंने दरवाजा खोला तब पापा-मम्मी बाहर निकले। तब तक वह भाग चुका था।