नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारी एक बार फिर हड़ताल की तैयारी कर रहे हैं। 11 से 13 मार्च तक तीन दिनी हड़ताल पर जा सकते हैं। अगर 11-13 मार्च को बैंक कर्मचारी हड़ताल पर जाते हैं तो बैंक लगातार 5 दिन बंद रह सकते हैं। इसकी वजह है कि तीन दिन की हड़ताल के बाद 14 मार्च को महीने का दूसरा शनिवार और उसके बाद 15 मार्च को रविवार पड़ रहा है, यानी अगर हड़ताल हुई तो बैंकों में 5 दिन कामकाज प्रभावित रहेगा।
कुल 16 दिन बंद रह सकते हैं बैंक
वहीं अगर मार्च में छुट्टियों की बात करें तो आरबीआई के मुताबिक इस महीने बैंकों में 6 छुट्टियां पड़ रही हैं। इसके अलावा दूसरे और चौथे शनिवार को मिलाकर कुल 7 सप्ताहिक छुट्टियां पड़ रही हैं। यानी मार्च में कुल 13 दिन बैंक बंद रहेंगे। अगर हड़ताल होती है तो कुल 16 दिन बैंक बंद रहेंगे।
बैंक कर्मचारी बार बार हड़ताल क्यों कर रहे हैं
बता दें सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों की सैलरी को हर पांच साल पर रिवाइज किया जाता है। पिछली बार बैंक कर्मचारियों की सैलरी को 2012 में रिवाइज किया गया था। इसके बाद 2017 में होने वाला रिवीजन पेंडिंग है। इसी को लेकर कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं।
मार्च में हड़ताल के बाद भी सरकार ने बैंक कर्मचारियों की मांगे नहीं मानी तो क्या होगा
बैंक यूनियनों ने इंडियन बैंक्स एसोसिएशन के साथ सैलरी में रिवीजन को लेकर बातचीत की थी, लेकिन यह बेनतीजा रही। बैंक इंप्लॉइज फेडरेशन ऑफ इंडिया (BEFI) और ऑल इंडिया बैंक इंप्लॉई एसोसिएशन (AIBEA) कर्मचारियों की अगुवाई कर रही हैं। बैंक यूनियनों का यह भी कहना है कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वे 1 अप्रैल से अनिश्चितकालीन देशव्यापी बैंक हड़ताल करेंगे।
इस साल 2 बार हो चुकी है बैंक हड़ताल
मार्च में अगर बैंक कर्मचारियों की हड़ताल होती है तो यह इस साल अब तक की तीसरी बैंक हड़ताल होगी। इससे पहले 8 जनवरी को भारत बंद के दौरान बैंक यूनियनों मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ एक दिन की हड़ताल का आह्वान किया था। इसके बाद 31 जनवरी और 1 फरवरी को हड़ताल रही।