ग्वालियर। ग्वालियर के बाजार से 2000 के नोट गायब हुए हैं। पिछले 7 महीने से ग्वालियर में संचालित ATM मशीनों से 2000 का नोट नहीं निकला है। हालात ये है कि बैंक में भी 2000 का नया नोट नहीं मिलता। यदि कोई ग्राहक जमा करा जाए तो मांगने पर पुराना नोट उपलब्ध कराया जाता है।
केवल नोटबंदी के समय आए थे 2000 के नोट
स्कैब और चेस्ट के अधिकारियों ने बताया कि नोटबंदी के बाद शुरू हुई कैश डिलीवरी प्रक्रिया खत्म होने के बाद आरबीआई ने नए 2000 रुपए के नोट की करेंसी नहीं भेजी है। फलस्वरूप एटीएम के लिए इनका वितरण बंद है। पुराना हो चुका नोट प्रचलन में है। ऐसे में जिन लोगों के घरों में शादी है और उन्हें बड़ी रकम निकालनी होती है, वे परेशान हैं। क्याेंकि इक्का-दुक्का बैंकों को छोड़ कहीं भी 2000 के नोट नहीं मिल रहे हैं। इस स्थिति से व्यापारी भी परेशान हैं।
करेंसी चेस्ट के पास नहीं हैं नए 2000 के नोट
शहर में आरबीआई की 1 करेंसी स्कैब और 5 चेस्ट हैं। एसबीआई के पास स्कैब है। इसकी लिमिट 1000 करोड़ रुपए है। बैंक ऑफ बड़ौदा के पास 500 करोड़ की लिमिट वाली चेस्ट, यूको बैंक के पास 200, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के पास 150, सेंट्रल बैंक के पास 100 और पंजाब नेशनल बैंक के पास 50 करोड़ की लिमिट वाली चेस्ट है। एक अधिकारी ने बताया कि नोटबंदी के बाद से ही 2000 रुपए के नए नाेट आरबीआई से नहीं आए इसलिए एटीएम में कैश भरने वाली एजेंसियों को नए नोट नहीं दिए गए। लोग भी शादी समारोह के लिए नए नोट मांगने आते हैं, उन्हें भी लौटना पड़ता है। पुराना हो चुका 2000 का नोट ही प्रचलन में है।
आरबीआई भेजता है 2100 करोड़ कैश
आरबीआई बाजार में करेंसी फ्लो बनाए रखने शहर के स्कैब और चेस्ट को हर साल करीब 2000 से 2100 करोड़ रुपए की करेंसी भेजता है। यह रकम मांग के अनुरूप कम या ज्यादा होती रहती है। ग्वालियर जिले में 28 बैंकों की 263 ब्रांचेज और उनके 450 एटीएम की रोजाना औसत मांग 125 से 130 करोड़ रुपए रहती है।
एटीएम में खाली पड़ी हैं कैसेट
नोटबंदी में आरबीआई ने 2000 रुपए का नोट जारी किया था। इन्हें एटीएम में डालने इस नोट के आकार की नई कैसेट लगाई गई थीं। लेकिन पिछले 7 माह से 2000 का नोट नहीं मिलने से कैसेट खाली हैं। अभी 95 फीसदी एटीएम में 500, 200 और 100 रुपए के नोट वाली कैसेट ही भरी जा रही हैं। एक कैसेट में नोटों की 20 से 24 गडि्डयां आती हैं।