ग्वालियर। रेलवे स्टेशन डवलपमेंट कॉर्पोरेशन (आरआरएसडीसी) ग्वालियर सहित देश के 4 रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय बनायेगा। इसके लिये 23 दिसम्बर से बुलायी गयी निविदायें गुरूवार को खुलनी थी, लेकिन इन स्टेशनों से ट्रेन पकडऩे वाले यात्रियों से लिया जाने वाला यूजर्स चार्ज तय नहीं होने के कारण इसकी तारीख बढ़ाकर 21 फरवरी कर दी है। दरअसल, यूजर्स चार्ज स्टेशन डवलप करने वाली कंपनी लेगी और यही पैसा कंपनी रेलवे स्टेशन का अगले 60 वर्षो तक मेंटेनेंस पर खर्च करेगी। ग्वालियर स्टेशन को पुर्नविकसित करने के लिये जिस कंपनी को ठेका मिलेगा, उसे 3 वर्ष तक का समय मिलेगा।
अधिकारियों के अनुसार टेण्डर प्रक्रिया पूरी करने में अभी कम से कम तीन महीने लग सकते हैं। कंपनी से अनुबंध होने के बाद रेलवे स्टेशन को विकसित करने का कार्य करेगा। बस स्टैण्ड से लेकर रेलवे स्टेशन तक सीधे फुटओवर ब्रिज बनायेगा। साथ ही मल्टीस्टोरी पार्किंग भी बनाई जायेगी। इसके साथ ही स्टेशन बजरिया की दुकानें तोड़़ी जायेगी। जिससे रेलवे स्टेशन मुख्य मार्ग से दिख सके। स्टेशन को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जायेगा। यात्रियों को बेहतर खाने पीने, शॉपिंग की सुविधा मिलेगी। साथ ही प्लेटफॉर्म के अन्दर बनने वाली बिल्डिंग ग्रीन बिल्डिंग के रूप में डिजायन की गयी है। जो हर मौसम के अनुरूप होगी।
हैरिटेज लुक में विकसित होगा ग्वालियर रेलवे स्टेशन, 240 करोड़ रूपये का खर्च आयेगा
ग्वालियर स्टेशन को 240 करोड रूप्ज्ञये खर्च कर हैरिटेज लुक में विकसित किया जायेगा। पब्लिक प्रायवेट पार्टनरशिप मॉडल के तहत स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाया जाना है। जिस कंपनी को ठेका मिलेगा, वह 60 वर्ष तक यात्रियों से यूजर्स चार्ज वसूल करेगी। कॉमर्शियल डवलपमेंट के लिये रेलवे संबंधित कंपनी को 9 लाख वर्ग मीटर जमीन देगी, जिस पर कंपनी कॉमर्शियल और रेजीडेंशियल टॉवर बनाकर लोगों को बेचेगी। जबकि इसके बदले जिस कंपनी को ठेका मिलेगा उस स्टेशन को विकसित करने में 240 करोड़ खर्च करना होंगे।