भोपाल। भोपाल में चल रही अतिथि शिक्षकों के सत्याग्रह शाहजनी पार्क में प्रदेश से आए हुए अतिथि शिक्षकों के सत्याग्रह का आज 61वां दिन था जिसमें अधिक शिक्षकों ने शिवरात्रि का त्यौहार मुख्यमंत्री कमलनाथ को दूध पिला कर मनाया और भगवान भोलेनाथ से विनती की कि भगवान उन्हें जल्द से जल्द सद्बुद्धि दे जिससे अतिथि शिक्षकों की मांगों को पूरा कर उन्हें नियमितीकरण का वरदान दे।
अतिथि शिक्षक लगभग 2 महीने से अपनी मांग को लेकर सत्याग्रह कर रहे हैं उन्हें कई संगठनों का समर्थन मिल चुका है यहां तक कि प्रदेश के नामी कांग्रेसी नेता ने उन्हें कई मंचों से समर्थन दे चुके हैं लेकिन अभी तक सरकार उनकी मांगों को मानने को तैयार नहीं है। अतिथि शिक्षक सरकार से अनार्थिक मांग कर रहे हैं वह किसी भी प्रकार की मांग नहीं कर रहे हैं जिसे सरकार को आर्थिक बोझ का सामना करना पड़े अतिथि शिक्षक इस बात का शपथ प्रमाण पत्र स्टांप पेपर में लिख कर दे रहे हैं कि हम आप से 2 साल तक बढ़ा हुआ मानदेय नहीं मांगे हम जिस मानदेय में कार्यरत हैं आप हमें उसी मानदेय पर निर्मित कर दीजिए।
सरकार निजीकरण के चलते अतिथि शिक्षकों का नहीं कर रही निराकरण
प्रदेश अध्यक्ष सुनील परिहार ने सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकारी स्कूलों को निजी हाथों में सौंपने का प्लान बना रही है। इसी कारण सरकार अतिथि शिक्षकों का निराकरण करने में सरकार कतरा रही है। सरकार पहले ही लगभग 40000 स्कूलों को बंद कर चुकी है और इस वर्ष भी 30,000 स्कूल बंद करने की प्लान में है। सरकार ने लगभग 32 हजार स्कूलों को चिन्हित कर लिया है जिनको इस साल या तो बंद करना है या मर्ज करना है। जिसके कारण लगातार प्रदेश में शिक्षक को के पदों में गिरावट आती जा रही है। सरकार लगातार सरकारी स्कूलों को निजी हाथों में सौंपने का ताज बना रही है। आज से 10 साल पहले जहां हर गांव में 2 से 3 सरकारी स्कूल है दिखाई पड़ती थी आज वही हर गांव में सरकारी स्कूलों को बंद कर वहां प्राइवेट स्कूलों को मान्यता प्रदान की जा रही है
आज अतिथि शिक्षक सत्याग्रह का 61 वां दिन...
जिसमें आज शिवरात्रि के पावन पर्व पर अतिथि शिक्षक साथियों ने नियमितीकरण हेतु माननीय मुख्यमंत्री कमलनाथ जी की सद्बुद्धि हेतु उन्हे भी दुग्ध से अभिषेक किया ।
सत्याग्रह स्थल पर मनमोहन सिंह बट्टी
पूर्व विधायक छिंदवाड़ा एवं गौंडवाना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पधारे तथा उन्होंने अतिथि शिक्षकों के प्रति अपनी सहानुभूति एवं समर्थन दिया कि वे अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण हेतु साथ हैं और जल्द ही दिल्ली पहुँचेगे और अतिथि शिक्षकों के 61 दिन से लगातार चल रहे सत्याग्रह के विषय मे बात रखेंगे।
आगे अपनी बात रखते हुए उन्होने बोला कि आप लोग ये सत्याग्रह इसी तरह जारी रखें।
इस पूरे घटनाक्रम मे सैकडों अतिथि मौजूद रहे तथा प्रदेशाध्यक्ष सुनील परिहार ने अतिथि शिक्षकों की पीडा से माननीय विधायक जी को अवगत कराया एवं सरकार को चेतावनी दी कि या तो हम नियमितीकरण लेकर जायेंगे या वचनपत्र के नाम से इसी सत्याग्रह स्थल पर अपनी जान देंगे।
आज के सत्याग्रह के दिन का नेतृत्व अनीता हरचंदानी, प्रीति चौबे, मयूरी चौरसिया, अनीता श्रीवास्तव, फहीम सरफरोश, अनवार कुरैशी, कमलेश कटारे, अजय तिवारी आदि अतिथि शिक्षकों ने किया।