भोपाल। जब शिक्षा और शहरीकरण का प्रचार किया जा रहा था तब दावा किया जाता था कि इससे लोगों में जागरुकता आएगी, वो सतर्क होंगे और ठगी का शिकार नहीं होंगे परंतु अब एक नया अध्ययन कहता है कि ठगी का शिकार हमेशा लालची आदमी होता है फिर चाहे वो कितना भी पढ़ालिखा क्यों ना हो। भोपाल में नगर निगम का एक कर्मचारी ढोंगी बाबा की ठगी का शिकार हो गया।
अशोकागार्डन थाने के एसआई अनूप उईके के अनुसार एकतापुरी अशोकागार्डन निवासी अशोक वर्मा नगर निगम में वाचनालय सहायक हैं। रविवार शाम करीब साढ़े छह बजे वह सेमरा तिराहे के पास दोस्त के साथ खड़े होकर बातचीत कर रहे थे। इसी बीच एक युवक आया। उसने खुद को तांत्रिक बताकर कहा कि वह सिद्ध विद्या से रुपये दोगुना कर देता है। लालच के चलते अशोक उसके झांसे में आ गया।
आंख बंद करने को कहा और मंत्र पढ़ने लगा
पीड़ित अशोक ने बताया कि उसके पास 20 हजार रुपये हैं। आरोपित ने अशोक के बैग के ऊपर एक लाल कपड़ा रखा। बैग में 20 हजार रुपये थे। इसके बाद तांत्रिक मंत्र पढ़ने लगा और अशोक को आंख बंद करने के लिए कहा। अशोक के आंखें बंद करते ही आरोपित मंत्र पढ़ने लगा। जब अशोक ने आंखें खोली तो बीस हजार रुपए का बैग लेकर आरोपित रफू चक्कर हो गया।
बैग में रखे 20 हजार रुपए चिल्ड्रन बैंक के नोटों में बदल गए
अशोक के बैग की जगह एक अन्य बैग मिला। खोलकर देखा तो उसने तीन गड्डियां उन नोटों की मिली, जो चूर्ण खरीदने के बदले बच्चों को दुकानदार देता है। शिकायत के बाद देर रात को पुलिस ने आरोपित को हिरासत में ले लिया। हालांकि उसकी गिरफ्तारी नहीं बताई है। वह उससे पूछताछ कर रही है। उससे और भी वारदातों के उजागर होने की संभावना है।