नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के कारण कई तरह के भ्रम पैदा हो रहे हैं और कई ऐसी घटनाएं जो शायद इससे पहले कभी नहीं हुई। मध्य प्रदेश के इंदौर में सरकारी राशन के लिए हितग्राहियों का भौतिक सत्यापन करने वाली टीम (PDS सर्वे टीम) को लोगों ने NCR समझ कर डाला तो उत्तर प्रदेश के बिजनौर में पुलिस ने शादी के लिए लगाए गए पंडाल को CAA का विरोध करने लगाया गया टेंट समझा और तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे गिरा दिया।
उत्तर प्रदेश के बिजनौर शहर के मोहल्ला मिर्दगान में 4 फरवरी को साबिर की बेटी का निकाह है। शनिवार को भात आना था। इसके लिए साबिर के घर के पास ही खाली पड़ी जमीन में टैंट लगाया गया था। बेटी की ससुराल जाने वाला दहेज का सामान भी इसी के अंदर रखा था। टैंट लगने की जानकारी मिलने पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस को लगा कि सीएए के विरोध प्रदर्शन के लिए टैंट लगवाया गया है। इसी भ्रम में पुलिस ने निकाह की तैयारियों के लिए लगाए गए टैंट को उखड़वा दिया।
परिजनों ने काफी मिन्नतें कीं, लेकिन कोई बात नहीं बनी। आखिरकार टैंट में रखा हुआ दहेज में जाने वाला सामान भी घर के अंदर रखना पड़ा। साबिर ने बताया कि चार फरवरी को मोदीनगर से उसकी बेटी की बारात आनी थी। आज भात का कार्यक्रम था। इसके लिए टेंट लगवाया गया था। बाद में जब पुलिस को पता चला तो पुलिस बैकफुट पर आ गई। फिर से टेंट लगाने के लिए अनुमति देने लगी परंतु परिवार में इससे इंकार कर दिया। बात का कार्यक्रम ठंड के मौसम में खुले आसमान के नीचे हुआ।