कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (employee Provident Fund Organisation) के मामले में प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों की सबसे बड़ी समस्या यह होती है कि जब वह अपना जॉब स्विच करते हैं तो उन्हें ईपीएफओ में जाकर काफी मशक्कत करनी पड़ती है। प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को सरकारी तौर-तरीके पसंद नहीं आते इसलिए लाखों कर्मचारी EPFO में योगदान करने से कतराते हैं लेकिन आप कोई परेशानी की बात नहीं यदि आप अपना जॉब सर्च करेंगे तो खुद ही ऑनलाइन अपडेट भी कर सकते हैं।
नौकरी बदलने पर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने ट्रांसफर या निकासी की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए नया ऑनलाइन फीचर लांच किया है। इसमें कर्मचारी नौकरी छोड़ने की तारीख कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के पोर्टल (epfindia.gov.in) पर खुद अपडेट कर सकेंगे। इससे नए खाते में भविष्य निधि की रकम ट्रांसफर होने या उसकी निकासी के लिए पुराने नियोक्ता का चक्कर नहीं लगाना होगा।
भविष्य निधि यानी प्रॉविडेंट फंड (पीएफ) के ट्रांसफर और निकासी में नौकरी छोड़ने की तारीख की अहम भूमिका होती है। ईपीएफओ के पोर्टल पर नौकरी छोड़ने की तारीख की जानकारी देना अनिवार्य होता है, ताकि नई नौकरी शुरू करने के बाद नए खाते में पीएफ ट्रांसफर किया जा सके और अगर नौकरी छोड़ते हैं तो पीएफ पूरी तरह निकाल सकें।
नौकरी छोड़ने की तारीख पिछले सेवा नियोजक के अंतिम अंशदान की तारीख से दो माह बाद तक अपडेट की जा सकती है। इस बदलाव से पहले सिर्फ नियोक्ता ही कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के प्लेटफॉर्म पर कर्मचारी के नौकरी छोड़ने की तारीख अपडेट कर सकते थे। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन बोर्ड के सदस्य सुखदेव प्रसाद मिश्रा ने बताया कि यह अच्छी पहल है। इसका और आधुनिकीकरण होना चाहिए। सत्यापन में सेवायोजकों से हस्ताक्षर लेने की व्यवस्था भी खत्म की जाए।
जॉब स्विच करने के बाद EPFO की वेबसाइट पर ऑनलाइन अपडेट कैसे करें
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के हर अंशदाता यानी कर्मचारी का यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) होता है। कर्मचारी नौकरी छोड़ने की तारीख यूएएन पोर्टल पर अपडेट कर सकते हैं। इसके लिए यूनिवर्सल अकाउंट नंबर तथा पासवर्ड की मदद से यूएनए पोर्टल पर लॉगिन करना कर मैनेज पर जाएं। मार्क एक्जिट क्लिक करें। इम्प्लॉयमेंट ड्रॉपडाउन पर जाएं और पिछला पीएफ खाता संख्या चुनें। उसके बाद तारीख दर्ज कर नौकरी छोड़ने की वजह लिखें। इस प्रक्रिया के बाद पहचान पुख्ता करने के लिए आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) आएगा। इस ओटीपी को दर्ज करने के बाद प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।