ग्वालियर। प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह की एक महिला पकड़ी गई है। महिला महाराजपुरा के विक्रमपुर गांव में गरीबों को मकान दिलाने का सपना दिखाकर 3-3 हजार रुपए की रसीद काट रही थी तभी उसे पुलिस ने पकड़ लिया। आरोपी महिला पुलिस की वर्दी पहनकर घूमती थी और खुद को महारापुरा थाने में आरक्षक पद पर पदस्थ बताती थी।
महिला करीब 6 महीने से यह काम कर ही है हालांकि उसने सिर्फ 5 लोगों से पैसे वसूलना कुबूल किया है। महिला पर कोई शक न करे और वह पकड़ी न जाए इसके लिए वह पुलिस की वर्दी पहनती थी और खुद को महाराजपुरा थाने की आरक्षक बताती थी। महिला की पहचान गीता परिहार निवासी हजीरा के रूप में हुई है। वह डेढ़ साल पहले नगर रक्षा समिति की सदस्य थी इसके बाद एक निजी स्कूल में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने लगी।
महिला ने नगर निगम मुख्यालय में पदस्थ किसी गौरव का नाम भी बताया है इसी व्यक्ति के इशारे पर वह काम कर रही थी। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। गीता ने बताया कि वह पहले नगर रक्षा समिति में थी। डेढ़ साल से वह खान सिक्योरिटी में काम कर रही थी अब वह एक निजी स्कूल में सिक्योरिटी गार्ड है। 8 महीने पहले वह प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फार्म जमा करने निगम मुख्यालय गई थी। यहां उसका फार्म जिस कर्मचारी ने जमा किया, उसने अपना नाम गौरव बताया था।
उसने कहा कि अगर वह लोगों के पास जाकर रसीद काटेगी और 3 हजार रुपए लेगी तो उसे कमीशन मिलेगा। उसी ने उसे रसीदें दी थी। गीता का कहना है कि वह रसीद काटने का काम गौरव के इशारे पर कर रही थी। उसे नहीं मालूम कि वो कोई अपराध कर रही थी। निगम अधिकारियों ने पुलिस ने कहा कि इस नाम का कोई कर्मचारी उनके पीएमआवास योजना शाखा में नहीं है।