इंदौर। क्राइम ब्रांच ने दो महीने से फरार चल रहे गैंगस्टर युवराज उस्ताद को गिरफ्तार किया है। डीआईजी रुचिवर्धन मिश्र ने बताया कि मुखबीर की सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच ने परदेशीपुरा पुलिस के साथ मिलकर एयरपोर्ट की घेराबंदी की और युवराज को गिरफ्तार किया। 20 जनवरी को कलेक्टर ने युवराज के खिलाफ वारंट जारी किया था, तभी से वह फरार चल रहा था।
बुधवार सुबह वह अपने परिजनों से मिलने मुबई से इंदौर पहुंचा था। कुछ समय बाद वह वापस मुंबई लौटने वाला था, तभी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। युवराज ने अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए जेल में बंद गैंगस्टर जीतू ठाकुर की हत्या करवा दी थी। इसके अलावा उस पर हत्या, हत्या के प्रयास, अवैध वसूली जैसे कई केस दर्ज हैं। इसके अलावा संगठित गिरोह के बदमाशों की सूची में भी उसे एसटीएफ ने शामिल कर रखा है। प्रशासन ने उस पर रासुका भी लगा रखी है।
एक मामले में आजीवन कारावास की सजा
पुलिस ने बताया कि युवराज बदमाशों के साथ मिलकर अवैध वसूली करता था। वह विवादित संपत्तियों का निपटारा भी करवाता था। अवैध वसूली के जरिए इसने अपना साम्राज्य खड़ा कर लिया था। युवराज और उसके गिरोह के सदस्यों पर मारपीट, अवैध वसूली, हत्या, हत्या का प्रयास जैसे गंभीर अपराध दर्ज हैं। ये परदेशीपुरा, बाणगंगा, हीरानगर, किशनगंज और महू में वारदात को अंजाम देते थे।
परदेशीपुरा थाने में युवराज और उसके साथियों के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है। वहीं, किशनगंज में भी हत्या व हत्या का मामला पंजीबद्ध है। परदेशीपुरा मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है, जिसमें वह जमानत पर है। वहीं किशनगंज मामला कोर्ट में विचाराधीन है।