जबलपुर। वर्तमान में जबलपुर से संतरागाछी के बीच चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन को इंदौर तक चलाने का प्रस्ताव दिया गया है। यह प्रस्ताव इंदौर की सीमा में आने वाले वेस्टर्न रेलवे ने टाइम-टेबल कमेटी के समक्ष रखा है। हालांकि अभी इस पर वेस्ट सेंट्रल रेलवे जबलपुर की सहमति बाकी है। यदि वह तैयार हो जाता है तो सप्ताह में कम से कम तीन दिन हमसफर को जबलपुर से इंदौर के बीच चलाया जा सकता है।
मालूम हो कि जबलपुर से संतरागाछी के बीच चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस में एसी कोच लगे हैं और इसमें साधारण ट्रेन की तुलना में 15 फीसदी ज्यादा किराया लगता है। इस वजह से ट्रेन को यात्री नहीं मिल रहे। हालांकि ट्रेन में जनवरी से दो स्लीपर कोच लगाए हैं, जिससे सिर्फ स्लीपर कोच को ही यात्री मिल रहे हैं। वहीं जबलपुर-संतरागाछी हमसफर सप्ताह में एक दिन ही चलती है, बाकी समय ट्रेन के कोच खड़े रहते हैं। इन कोच को खड़े करने के लिए भी जगह नहीं मिलती। कभी अधारताल तो कभी कछपुरा में खड़ा करना पड़ता है।
उधर जबलपुर से इंदौर जाने के लिए फिलहाल यात्री जबलपुर इंदौर ओवर नाइट और बिलासपुर-इंदौर नर्मदा एक्सप्रेस में सफर करते हैं। भोपाल से होकर चल वाली इन ट्रेनों में पर्याप्त यात्री होते हैं। नर्मदा एक्सप्रेस इटारसी, भोपाल होते हुए उज्जैन से इंदौर पहुंचती है। ऐसे में तीर्थ नगर उज्जैन में दर्शन को पहुंचने वाले श्रद्धालु भी इसी ट्रेन में सफर करते हैं। हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन को इंदौर तक चलाने जबलपुर के यात्रियों को एक और ट्रेन मिल जाएगी।