भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शायद मुख्यमंत्री कमलनाथ को धमकाकर ब्लेकमेल करना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार अपने लिखित वचनों को तो नहीं निभा पा रही है, कम से कम सिंधिया जी अपने मौखिक वचन पर खरे उतरें। श्री शर्मा कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा दिए गए सड़कों पर उतरने संबंधी बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को यदि अपना अस्तित्व बचाना है तो सड़क पर उतरना होगा
श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस संगठन ने होकर गुटों का कुनबा है। अलग-अलग क्षत्रपों में बंटी कांग्रेस के कारण मुख्यमंत्री कमलनाथ जनता के बजाए नेताओं को संतुष्ट करने में लगे है और यही कारण है कि पिछले 14 महीनों में प्रदेश सरकार जनहित के बजाए कांग्रेस नेताओं को साधने और संतुष्ट करने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया क्षत्रपों से घिरे हुए हैं और वे अपने राजनैतिक अस्तित्व की लडाई लड़ रहे हैं। अगर उन्हें अपना अस्तित्व बचाना है तो वास्तव में उन्हें सड़कों पर उतरना होगा।
कमलनाथ सरकार ने एक भी वादा 100% पूरा नहीं किया
श्री रामेश्वर शर्मा ने कहा कि प्रदेश में चारों ओर हाहाकार मचा हुआ है। जनता परेशान है। हर वर्ग में प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है। चुनाव के पहले कांग्रेस ने जनता से जो वादे किए थे उनमें से एक भी वादे पर प्रदेश सरकार खरी नहीं उतर पायी है। उन्होंने कहा कि जनता के हितों के लिए वास्तव में सड़कों पर उतरना पड़ता है। पिछले 14 महीनों में भारतीय जनता पार्टी ने जनता के लिए सड़कों पर लडाई लड़ी है और आगे भी जनहित के मुद्दों पर सरकार को घेरने का काम भाजपा करेगी। कांग्रेस नेताओं का जनहित से कोई लेना देना नहीं है। सिंधिया जी जनता के लिए सड़कों पर उतरें तो बेहतर होगा लेकिन गजरते बादल बरसते नहीं है।