भोपाल। मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग ने तय किया है कि आने वाले शिक्षा सत्र में एडमिशन की प्रक्रिया सिर्फ 45 दिन में पूरी कर ली जाएगी। यह अवधि सरकारी और प्राइवेट दोनों कॉलेजों में एडमिशन के लिए होगी। याद दिला दे कि लास्ट ईयर सितंबर तक एडमिशन प्रोसेस चलती रही थी। इसके कारण क्लास डिस्टर्ब हुए।
पत्रकार श्री अभिषेक दुबे की एक रिपोर्ट के अनुसार उच्च शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक सत्र 2020-21 में कॉलेजों में एडमिशन देने के लिए नियम बनाने शुरू कर दिए हैं। विभाग द्वारा तैयार किए जा रहे प्रस्ताव के मुताबिक 15 मई से कॉलेजों में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह प्रक्रिया 45 दिन तक यानि 30 जून तक चलेगी। इसके बाद 1 जुलाई से कॉलेजों में कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। विभाग को उम्मीद है कि कक्षा 12वीं के नतीजे 15 मई के पहले घोषित हो जाएंगे। इससे छात्र कॉलेजों की यूजी कक्षाओं में एडमिशन ले सकेंगे।
जबकि, सप्लीमेंट्री आने पर छात्रों को हर साल की तरह इस साल भी प्रोविजनल एडमिशन दिए जाएंगे। इसी तरह विभाग ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश दिए हैं कि यूजी कक्षाओं के फाइनल इयर के नतीजे हर हाल में 15 मई के पूर्व घोषित कर दें, ताकि छात्रों को पीजी कक्षाओं में एडमिशन लेने में कोई परेशानी न हो। इसी तरह विभाग इस साल मूल दस्तावेजों की सत्यापन प्रक्रिया से भी अनावश्यक बंधन हटाने की तैयारी कर रहा है। छात्रों की हर साल शिकायत रहती है कि ऑनलाइन एडमिशन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद मूल दस्तावेजों के सत्यापन में परेशानी होती है। इसे भी विभाग आसान करने जा रहा है।
- 31 मार्च तक मिल जाएगी मान्यता
उच्च शिक्षा विभाग इस साल 31 मार्च तक नए और पुराने कॉलेजों को मान्यता जारी कर देगा। मान्यता के लिए आवेदन करने की अंतिम तारीख 10 फरवरी तय की गई है। वर्तमान में प्रदेश में 1405 कॉलेज हैं, इनमें सरकारी, प्राइवेट और अनुदान वाले कॉलेज शामिल हैं।
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पिछले कुछ सालों से न समय पर कक्षाएं लग पा रही थीं न परीक्षा हो पा रही थी। इसकी एक वजह एडमिशन प्रक्रिया का लंबे समय तक चलना भी है। इसी वजह से अब 30 जून तक एडमिशन प्रक्रिया पूरी कर एक जुलाई से कक्षाएं शुरू कर दी जाएंगी।
-डॉ. धीरेन्द्र शुक्ला, ओएसडी, उच्च शिक्षा