भोपाल। मंदसौर के एक सरकारी गर्ल्स स्कूल की 20 से ज्यादा महिला शिक्षकों ने अपने ही स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत की है। महिला शिक्षकों का कहना है कि प्राचार्य का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। अजीब अजीब सी बातें करते हैं। महिला शिक्षकों को क्लास के बजाय अपने केबिन में बिठाकर रखते हैं। संडे को बुला लेते हैं। ऐसा व्यक्ति कन्या स्कूल के लिए खतरनाक हो सकता है।
कहते हैं स्कूल में सोने की दीवारें बनवा लूंगा
मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में स्थित कन्या हायर सेकंडरी स्कूल सीतामऊ की 20 से अधिक महिला शिक्षकाें ने स्कूल प्राचार्य के खिलाफ जिला पंचायत सीईओ से शिकायत की। बताया कि प्राचार्य रतनलाल सोनगरा उन्हें क्लास की बजाय अपने पास बैठाते हैं। मानसिक रूप से परेशान करते हैं। प्राचार्य की हरकतों से बालिकाएं भी परेशान हैं। वे अनर्गल बातें करते हैं। कहते हैं कि स्कूल की दीवारें सोने की बनवा लूंगा, अंतरराष्ट्रीय स्तर का इंडोर स्टेडियम बनाऊंगा, सात मंजिला हैंगिंग गार्डन, स्कूल में स्वीमिंग पूल बनेगा। 500 मीटर ऊंचा तिरंगा लगाकर अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा ध्वजारोहण होगा। मोदी व कमलनाथ के साथ पूरा स्टाफ खड़ा रहेगा। यानी प्राचार्य का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है।
शिक्षकों को एट्रोसिटी एक्ट में फंसाने की धमकी देते हैं
शिकायत में बताया गया है कि महिला शिक्षकाें को सार्वजनिक रूप से जलील किया जाता है, जिससे शिक्षकों की गरिमा समाप्त हो रही है। महिला शिक्षकाें ने कहा कि हमें रविवार को भी स्कूल में बुलाकर मानसिक रूप से परेशान किया जाता है। प्राथमिक विद्यालय के बच्चे रविवार को शाला नहीं आते। प्राचार्य जिला मुख्यालय से मांगी गई जानकारी भी गलत देते हैं। इस विषय में डीईओ ने इन्हें कारण बताओ नोटिस भी दिया है। प्राचार्य द्वारा शिक्षकों काे एट्रोसिटी एक्ट में फंसाने, ट्रांसफर और बर्खास्त करने की धमकी दी जाती है। शिक्षा मंत्री से मांग की है कि कन्याशाला होने से शासन को इस और ध्यान देना चाहिए। वरना किसी भी दिन कोई अनहोनी हो सकती है। ऐसे प्राचार्य को तत्काल हटाया जाए।