भोपाल। अपने पदीय कर्तव्यों व शासकीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत खरगोन श्री डीएस रणदा ने जनपद पंचायत महेश्वर अंतर्गत ग्राम पंचायत मोहना सचिव जितेंद्र बिल्लोरे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
उल्लेखनीय है कि विगत दिनों 15 फरवरी को प्रदेश की संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने ग्राम पंचायत मोहना के ग्राम सात गोड़िया में शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंची थी, जहां ग्रामीणों द्वारा मंत्री डॉ साधौ से सचिव बिल्लोरे की अनेकों शिकायतें की थी। इस पर मंत्री डॉ. साधौ ने महेश्वर जनपद पंचायत सीईओ स्वर्णलता काजले को सचिव पर कार्यवाही करने के आदेश दिए थे, जिसके संबंध में महेश्वर सीईओ ने उच्च अधिकारियों को पत्र के माध्यम से अवगत कराया था। सचिव बिल्लोरे का यह कृत्य मप्र पंचायत सेवा (आचरण) नियम 1998 के नियम-3 एक का पालन न करने एवं मप्र पंचायत सेवा (अनुशासन तथा अपील) नियम 1999 के तहत तत्काल प्रभाव से जिला पंचायत सीईओ श्री रणदा ने निलंबित कर दिया है।
इन कारणों से किया निलंबित
जिला पंचायत सीईओ श्री रणदा द्वारा जारी आदेश में बताया कि सचिव बिल्लोरे द्वारा रोजगार ग्यारंटी में कार्य नहीं किए जाने से सार्वजनिक कूप निर्माण नहीं हो पा रहा है, जिससे ग्रामीणों को समस्या हो रही है। साथ ही रोजगार ग्यारंटी योजना अंतर्गत जीईओ टेग नहीं किया गया। साथ ही लेबर बजट भी 40 प्रतिशत ही पूर्ण किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत एनएलबी के तहत 43 शौचालय विहीन पात्र परिवार, जिन्हें पूर्व में लाभ नहीं मिला ऐसे परिवारों को पोर्टल पर दर्ज करने में भी लापरवाही बरती। वहीं पीएम आवास मिशन अंतर्गत 14 के लक्ष्य पर 7 आवास ही पूर्ण कराए गए। इसके अलावा सचिव बिल्लोरे द्वारा लगातार वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने के साथ ही ग्रामीणों को शासन की योजनाओं से भी वंचित रखा गया।