भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के विधायक विश्वास सारंग ने और राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता की पोस्टिंग पर गंभीर आरोप लगाया है। विश्वास सारंग का कहना है कि राजगढ़ कलेक्टर की पोस्टिंग रिश्वत लेकर की गई थी यही कारण है कि भाजपा नेताओं, समाजसेवियों और पुलिस अधिकारियों को थप्पड़ मारने के मामले में उन्हें क्लीनचिट दे दी गई।
मामला क्या है
भारतीय जनता पार्टी के सांसद रोडमल नागर ने गणतंत्र दिवस समारोह से पहले 19 जनवरी को नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में एक रैली का आयोजन किया था। कलेक्टर निधि निवेदिता ने इस रैली को अनुमति नहीं दी। भाजपा के लोगों ने बिना अनुमति के रैली निकालने का ऐलान किया। कलेक्टर ने धारा 144 लगा दी। इसके बाद भी जब भारतीय जनता पार्टी के लोग रैली निकालने लगे तो कलेक्टर उन्हें रोकने के लिए खुद मैदान में उतर गई। कई वीडियो वायरल हुए जिसमें दिखाई दिया कि कलेक्टर निधि निवेदिता भीड़ में भाजपा नेताओं के साथ मारपीट कर रही हैं।
पुलिस अधिकारी की शिकायत पर हुई थी जांच
भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने कलेक्टर निधि निवेदिता द्वारा की गई मारपीट के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने के लिए प्रदर्शन किया था परंतु उनकी शिकायत पर समाचार लिखे जाने तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इसके बाद राजगढ़ पुलिस के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर नरेश शर्मा ने एक शिकायत की। उन्होंने शिकायत में कलेक्टर द्वारा मारपीट करने की बात कही। इसी शिकायत की जांच की गई थी। एसडीओपी राजगढ़ द्वारा की गई जांच में कलेक्टर दोषी पाई गई थी परंतु कमलनाथ सरकार ने घटना की जांच के लिए हाई लेवल कमेटी बनाई। उच्चाधिकारियों की जांच में पुलिस अधिकारी को कलेक्टर द्वारा थप्पड़ मारना प्रमाणित नहीं पाया गया।
निधि निवेदिता IAS को रिश्वत लेकर राजगढ़ कलेक्टर बनाया था: विधायक विश्वास सारंग
भाजपा विधायक विश्वास सारंग का आरोप है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा की महिला अधिकारी निधि निवेदिता को रिश्वत लेकर राजगढ़ कलेक्टर बनाया था। यही कारण है कि सरकार ने विशेष जांच कराकर उन्हें क्लीनचिट दी है।