भोपाल। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती एक बार फिर चुनावी दंगल में उतरने की तैयारी कर रही है। 2014 में गठित हुई नरेंद्र मोदी सरकार में उमा भारती कैबिनेट मंत्री थी। झांसी लोकसभा सीट से सांसद थी परंतु 2019 का चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। माना जा रहा था कि अमित शाह से उनकी पटरी नहीं बैठ पा रही है जिसके कारण वह किनारे हो गई।
आज उमा भारती ने एक बार फिर ऐलान किया है कि 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेगी। इससे पहले उन्होंने राम मंदिर के लिए हर्ष जाहिर किया। उमा भारती ने उन मुसलमानों का भी शुक्रिया अदा किया जिन्होंने राम मंदिर के लिए सहयोग किया है। पिछले कुछ दिनों से उमा भारती सक्रिय राजनीति से दूर थी परंतु मध्य प्रदेश की राजनीति में उमा भारती की उपस्थिति लगातार बनी हुई थी।
भारतीय जनता पार्टी में उमा भारती, अटल-आडवाणी के जमाने की नेता है। राम मंदिर आंदोलन के समय उमा भारती लालकृष्ण आडवाणी की टीम में आ गई थी। केंद्रीय स्तर पर जब भारतीय जनता पार्टी में परिवर्तन हुआ और बागडोर नरेंद्र मोदी व अमित शाह के पास पहुंची तो उमा भारती पार्टी में खुद को असहज महसूस करने लगी थी। कई अन्य नेताओं की तरह उमा भारती ने भी 2019 का चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया था।