भोपाल। विधानसभा के आगामी सत्र के दौरान मध्य प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी विधानसभा का घेराव कर सकते हैं। पात्र अभ्यर्थी संघ के प्रदेश संयोजक रंजीत गौर के अनुसार मध्य प्रदेश में स्थाई शिक्षक भर्ती में कई विसंगतियां देखने को मिल रही हैं। जिनमें सुधार के लिए शासन एवं प्रशासन को कई बार आवेदन एवं ज्ञापन पत्र सौंपे जा चुके है, परंतु अभी तक जारी विज्ञप्ति में कोई सुधार नहीं किया गया।
समस्त रिक्त पदों की मात्रा भी कम दर्शाई गई है जबकि चुनाव के समय सरकार ने वादा किया था कि 90 दिनों के अंदर 1,20,000 शिक्षकों की भर्ती होगी। समय पर रिक्त पदों में वृद्धि ना होने एवं जारी विज्ञप्ति में संशोधन ना किए जाने पर शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी आगामी विधानसभा सत्र के दौरान विधानसभा भवन का घेराव करेंगे एवं सभी जनप्रतिनिधियों से सामूहिक रूप से इस्तीफा मांगेंगे। शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी 19 एवं 20 जनवरी को स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ.प्रभुराम चौधरी के विधानसभा क्षेत्र सांची में दो दिवसीय धरना प्रदर्शन कर पैदल मार्च करते हुए भोपाल पहुंचे थे एवं भोपाल में 23 जनवरी से 31 जनवरी तक धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं।
पात्र अभ्यर्थियों का आरोप है कि सरकार शिक्षित युवा बेरोजगारों के साथ स्थाई शिक्षक-भर्ती के नाम से छलावा कर रही है,भर्ती प्रक्रिया में रोस्टर प्रणाली का भी पालन नहीं किया जा रहा है एवं कम से कम रिक्त पदों पर स्थाई शिक्षक भर्ती की जा रही है जबकि प्रदेश के शासकीय स्कूलों में प्रत्येक विषय के हजारों पद रिक्त हैं। स्थाई शिक्षक भर्ती के लिए लोक शिक्षण संचालनालय विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति में पाई गईं विसंगतियों के खिलाफ पात्र अभ्यर्थियों में भारी आक्रोश है। उच्च माध्यमिक एवं माध्यमिक शिक्षकों के रिक्त पदों को शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी लगातार कई समय से पात्रता परीक्षा में पात्र अभ्यर्थियों द्वारा सीधी भर्ती से पूर्ति करने की मांग कर रहे हैं।