भोपाल। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एवं गुना कलेक्टर भास्कर लक्षकार पर प्रभारी मंत्री इमरती देवी ने बड़ा आरोप लगाया है। गुना में पिछले 3 महीने से जिला योजना समिति की बैठक नहीं हुई क्योंकि प्रभारी मंत्री नहीं आती। इधर प्रभारी मंत्री इमरती देवी का कहना है कि गुना कलेक्टर भास्कर लक्षकार मनमानी करते हैं, इसलिए उन्होंने गुना जाना बंद कर दिया। अब देखना यह है कि सोशल मीडिया पर अभिव्यक्ति की आजादी का पूरा उपयोग करने वाले भास्कर लक्षकार (आईएएस) प्रभारी मंत्री के आरोप का क्या जवाब देते हैं।
प्रदेश सरकार की कद्दावर और महिला एंव बाल विकास मंत्री इमरती देवी पिछली बार 20 अक्टूबर को गुना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक लेने पहुंची थी। उन्होंने 21 अक्टूबर को अंतिम बार जिला योजना समिति की बैठक लेकर अफसरों को दिशा निर्देश जारी किए। प्रभारी मंत्री के बीच में एक कार्यक्रम भी बना था, लेकिन वह शिवपुरी से ही ग्वालियर वापस लौट गई। उन्होंने कहा कि गुना जिले के कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार उनकी सुनते नहीं है। उन्होंने कई बार उन्हें दिशा निर्देश दिए थे, लेकिन उन्होंने उसको लेकर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की। गुना की जनता जब उनके पास काम के लिए आती है, तो कलेक्टर को उस काम के बारे में बोलती है, लेकिन कलेक्टर मेरी सुनते नहीं है। हालात यह है कि जिले के अधिकारी भी कोई काम नहीं करते है।
प्रभारी मंत्री इमरती देवी ने कलेक्टर और अफसरों की नाराजगी को लेकर शिकायत मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया से की है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि गुना में वह इसलिए नहीं आती कि अफसर जब उनके आदेश का पालन नहीं कर रहे है, तो वह आकर क्या करेंगी। हालांकि यह पहला मामला नहीं है प्रदेश सरकार के कांग्रेसी विधायक भी पहले जिला प्रशासन के अफसरों के खिलाफ मोर्चा खोल चुके है।