Madhya Pradesh, patwari, e-basta
भोपाल। मध्य प्रदेश में पटवारियों का बस्ता बदल रहा है। जल्द ही पूरे प्रदेश के पटवारियों के पास ई-बस्ता होगा यानी पटवारियों का सारा काम ऑनलाइन हो जाएगा। सीमांकन और मैपिंग के साथ बाकी सारे काम भी ऑनलाइन किए जाएंगे।
कमलनाथ सरकार पटवारियों के काम करने के तौर-तरीकों में बड़ा बदलाव करने जा रही है। उन्हें लैपटॉप दिए जाएंगे ताकि इस ई-बस्ता (e-Basta) के ज़रिए वो जमीन के सीमांकन, खसरा-खतौनी, मैपिंग के काम आसानी से कर सकें। कमलनाथ सरकार में राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत अपने विधानसभा क्षेत्र सागर के सुरखी से इसकी शुरुआत कर रहे हैं। वो यहां के युवा पटवारियों को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लैपटॉप यानि ई-बस्ता दे रहे हैं।
सागर जिले में पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू होगी ई-बस्ता योजना
राजस्व विभाग में अब पटवारी बस्ता के जरिए नहीं बल्कि लैपटॉप से कामकाज करेंगे। ई-बस्ता योजना के तहत प्रदेश भर के पटवारी लैपटॉप से लैसे होंगे। पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर सागर जिले से शुरुआत की जा रही है। एक महीने तक पटवारियों के कामकाज की मॉनिटरिंग होगी। उसके बाद 60 दिनों तक प्रोजेक्ट का परीक्षण होगा कि प्रदेश भर में किस तरह से पटवारियों से ई-बस्ता योजना से काम कराना है।
मैदानी स्तर पर लैपटॉप से कामकाज में क्या तकनीकी दिक्कतें आ रही हैं। सॉफ्टवेयर अपडेट करने के साथ तकनीकी समस्याओं को दूर करने के बाद हर जिले में पटवारियों को लैपटॉप दिए जाएंगे। हालांकि हर जिले में पटवारियों को प्रशिक्षण देने के बाद ही लैपटॉप मिलेंगे, ताकि कामकाज में कोई दिक्कत ना हो। दूसरे चरण में संभागीय मुख्यालयों पर पटवारियों को लैपटॉप दिया जाएगा।