भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्री एवं विधायकों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के कार्यक्रमों का बहिष्कार शुरू कर दिया है। बुधवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने धार जिले के डही गांव में सिंचाई परियोजना का शुभारंभ किया था परंतु इस कार्यक्रम में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्री उमंग सिंघार एवं विधायक राजवर्धन सिंह दत्तीगांव शामिल नहीं हुए।
भाषणों में भी मुख्यमंत्री कमलनाथ का जिक्र नहीं
पिछले कुछ दिनों में ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक मंत्री एवं विधायक अपने भाषणों में मुख्यमंत्री कमलनाथ का नाम तक नहीं ले रहे हैं। कभी आवश्यक होने पर कमलनाथ का नाम लेते भी हैं तो बहुत दबी जुबान में। सिंधिया समर्थक जनप्रतिनिधि अपने भाषणों में ज्योतिरादित्य सिंधिया का जिक्र अनिवार्य रूप से कर रहे हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनने दिया और अब राज्यसभा भी...
याद दिला दें कि लोकसभा चुनाव हारने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक चाहते थे कि उन्हें कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया जाए ताकि मध्य प्रदेश की राजनीति में उनका दखल नियमित रूप से बना रहे। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्वयं इस मामले में हाईकमान से बात की थी। माना जा रहा था कि कभी भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम की घोषणा हो सकती है लेकिन फिर कमलनाथ और सोनिया गांधी की एक मुलाकात हुई और फैसला टल गया। अब कांग्रेस की तरफ से राज्यसभा में जाने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम चल रहा है परंतु कमलनाथ कैंप की तरफ से सिंधिया का विरोध किया जा रहा है।