भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया और सीएम कमलनाथ के बीच चल रही तकरार का सबसे ज्यादा आनंद भाजपा नेता ले रहे हैं। अब पूर्व मंत्री एवं विधायक नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया को सड़क पर लाकर ही मानेंगे। उन्होंने एक शेर भी सुनाया:
बुधवार को मीडिया से बातचीत में नरोत्तम मिश्रा ने सिंधिया को समर्पित कांग्रेसी बताते हुए सीएम कमलनाथ पर शायराना अंदाज में तंज कसा है। उन्होंने कहा कि आज जो मशहूर हो गए वो कभी काबिल न थे, मंजिलें जिनको मिली वो दौड़ में शामिल न थे। पूर्व मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के समय विपक्ष में ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे कुछ समर्पित कांग्रेसी थे, वो सड़कों पर सरकार के खिलाफ लड़ते थे लेकिन जिन्होने दिखावे की लड़ाई लड़ी वो कमलनाथ आज मुख्यमंत्री हैं। जो भाजपा सरकार के समय सड़क पर थे, आज भी सड़कों पर ही हैं।
पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सीएम कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि 'आज सत्ता के शीर्ष पर बैठे हैं वह कभी भाजपा के राज में सड़क पर आए ही नहीं। अब भी कमलनाथ खुद कभी सड़क पर नहीं आऐंगे लेकिन सिंधिया को सड़कों पर लाकर ही मानेंगे। सिंधिया समर्थकों द्वारा नई पार्टी बनाने को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि नई पार्टी बनाने के लिए हिम्मत और कलेजा चाहिए। अगर सिंधिया जलालत से पार्टी में रह रहे हैं तो उन्हें ऐसा करना चाहिए।
आज जो मशहूर हो गए वो कभी काबिल न थे,
मंजिलें उनको मिली वो दौड़ में शामिल न थे
बुधवार को मीडिया से बातचीत में नरोत्तम मिश्रा ने सिंधिया को समर्पित कांग्रेसी बताते हुए सीएम कमलनाथ पर शायराना अंदाज में तंज कसा है। उन्होंने कहा कि आज जो मशहूर हो गए वो कभी काबिल न थे, मंजिलें जिनको मिली वो दौड़ में शामिल न थे। पूर्व मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के समय विपक्ष में ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे कुछ समर्पित कांग्रेसी थे, वो सड़कों पर सरकार के खिलाफ लड़ते थे लेकिन जिन्होने दिखावे की लड़ाई लड़ी वो कमलनाथ आज मुख्यमंत्री हैं। जो भाजपा सरकार के समय सड़क पर थे, आज भी सड़कों पर ही हैं।
पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सीएम कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि 'आज सत्ता के शीर्ष पर बैठे हैं वह कभी भाजपा के राज में सड़क पर आए ही नहीं। अब भी कमलनाथ खुद कभी सड़क पर नहीं आऐंगे लेकिन सिंधिया को सड़कों पर लाकर ही मानेंगे। सिंधिया समर्थकों द्वारा नई पार्टी बनाने को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि नई पार्टी बनाने के लिए हिम्मत और कलेजा चाहिए। अगर सिंधिया जलालत से पार्टी में रह रहे हैं तो उन्हें ऐसा करना चाहिए।