भोपाल। मध्यप्रदेश का शिक्षा विभाग अब रिश्वतखोरी के लिए बदनाम होता जा रहा है। कल शिवपुरी जिले के एक संकुल प्राचार्य के ऑफिस में रिश्वत का वीडियो वायरल हुआ था। आज खरगोन में उत्कृष्ट विद्यालय का प्राचार्य अनिल शर्मा रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हुआ तो शहडोल में हायर सेकेंडरी स्कूल का प्राचार्य राज कुमार साकेत को लोकायुक्त पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया। चौंकाने वाली बात यह है कि अपने ही विभाग के कर्मचारियों से नियमानुसार काम करने के बदले रिश्वत ली जाती है।
मामला शहडोल जिले के चितरांव गांव का है, जहां के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में राजकुमार साकेत प्रभारी प्राचार्य हैं। स्कूल के चपरासी गायत्री वैश्य ने लोकायुक्त शहडोल से शिकायत की थी कि विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य राजकुमार साकेत उनका 5 माह का वेतन जारी कराने के एवज में 20 हजार रूपए की रिश्वत की मांग की।
जब इतनी राशि नहीं दे पाने की बात कही तो मामला 10 हजार रुपए पर तय हुआ। गुरुवार को सुबह जब चपरासी 10 हजार रुपए लेकर प्रभारी प्राचार्य के पास पहुंचा तो पहले से तैयार लोकायुक्त की टीम ने प्रभारी प्राचार्य को स्कूल के अंदर ही धर दबोचा। प्राचार्य राजकुमार साकेत के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। कार्यवाही पूर्ण होने के बाद लोकायुक्त पुलिस प्राचार्य राजकुमार साकेत को सस्पेंड करने के लिए शिक्षा विभाग को जानकारी भेजेगी।