भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ के बीच तनातनी जारी है। दोनों एक दूसरे पर बयानी हमला कर रहे हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ का ताजा बयान सामने आया है। कमलनाथ ने स्पष्ट किया कि उनका बयान, ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान पर प्रतिक्रिया थी।
फटाफट समझिए तब से अब तक क्या-क्या हुआ
टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश) की खरगापुर विधानसभा में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यदि सरकार ने वचन पत्र का 1-1 अंक पूरा नहीं किया तो सरकार के खिलाफ जनता के साथ वह भी सड़क पर उतरेंगे।
इस बयान के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ सोनिया गांधी से मिलने गए।
अकाल कांग्रेस समन्वय समिति की बैठक बुलाई गई। बैठक में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल थे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया अचानक बैठक के बीच से ही उठकर चले गए।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सिंधिया के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा " तो उतर जाएं"
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बार फिर दोहराया कि कुछ दिनों तक सब्र करूंगा यदि वचन पूरे नहीं हुए तो सड़क पर उतरना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि " उन्होंने (ज्योतिरादित्य सिंधिया) कहा था तो मैंने भी कह दिया इसमें कौन सी बड़ी बात है"। फिर बोले कि मैं शिवराज सिंह से नाराज नहीं होता ज्योतिरादित्य सिंधिया से क्यों हूंगा।