ललित मुद्गल/ शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के खनियाधाना से समाचार मिला है कि एक परिवार के सभी 4 सदस्यों की लाशें मिली है। पति 32 और पत्नी 28 साल की थी। दो बेटे जिनकी उम्र 7 और 3 साल थी। सभी की मौत हो गई। चौंकाने वाली बात यह है कि पत्नी के साथ एक बेटे की लाश घर के अंदर जबकि पति के साथ दूसरे बेटे की लाश कुएं में तैरती मिली है। पुलिस का कहना है कि लूटपाट, संघर्ष या हत्या के साथ प्राप्त नहीं हुए हैं परंतु आत्महत्या का कारण और कहानी भी समझ नहीं आई है।
जानकारी के अनुसार खनियाधाना नगर से 25 किमी दूर ग्राम प्रतापपूरा में पुलिस को रविवार की दोपहर सूचना मिली की गांव में निवास करने वाले एक पाल परिवार के पूरे सदस्यों की लाश मिली हैं। इस सूचना पर खनियाधाना थाने के टीआई, पिछोर टीआई और तहसीलदार पिछोर सहित पुलिसकर्मियो की टीम ग्राम प्रतापपुरा में पहुंची। बताया गया हैं कि गांव में निवास करने वाला वृंदावन पाल पुत्र वैभवप्रसाद पाल उम्र 32 वर्ष पत्नि कृष्णापाल उम्र 28 वर्ष बडा बेटा यशपाल उम्र 7 वर्ष और छोटा बेटा कल्ला उम्र 3 वर्ष की मौत हो गई।
पत्नि कृष्णा पाल और छोटे बेटे रोहित उर्फकल्ला की लाश घर में पलंग पर पडी मिली हैं।वही वृंदावान पाल और उसके बडे बेटे यशपाल की लाश घर से लगभग आधा किलोमीटर दूर कुंए में मिली हैंं। इस पूरे मामले में खास बात यह हैं कि वृंदावन और उसके बडे बेटे की एक-एक टांग आपस में बंधी हुई हैं।
पडौसियो ने पुलिस को बताया कि वृंदावन पाल के परिवार को शनिवार की रात 10 बजे तक देखा गया था। रात 10 बजे तक सब सामान्य था। पड़ोसियों ने देखा कि सुबह 9 बजे तक वृंदावन पाल के घर के दरवाजे नही खुले हैं। वृंदावन पाल के चाचा के लडके ने घर में घुसकर देखा तो उसके होश उड गए।
घर में कृष्णा और कल्ला की लाश पडी थी। घर में वृंदावन और उसका बडा बेटा यशपाल नही दिखा। थोडी देर में इसी गांव में एक और बुरी खबर आ गई की गांव के एक कुंए में वृंदावन और उसके बडे बेटे की लाश में तैरती दिखाई दे रही हैं। लाशों को जब निकाला गया तो देखा तो वृंदावन ओर उसके बेटे की पैर रस्सी से बंधे हुए हैं।
बताया जा रहा हैं कि मृतक वृंदावन की पत्नि कृष्णा के गले पर हाथ के निशान हैं शिवपुरी से पहुंची फोरेंसिक टीम ने गले के निशानो के फिंगर प्रिंट लिए हैं। पुलिस को जांच में भी ऐसे कोई सबूत नही मिले हैं कि इस घर में किसी लूटपाट या वाद-विवाद ओर विरोध जैसे साक्ष्य नही मिले हैं।
वृंदावन और उसके बेटे यशपाल को जवरिया कुंए तक ले जाने जैसे कोई साक्ष्य या निशान पुलिस को नही दिखे हैं, ऐसी स्थिती में अनुमान लगाया जा रहा हैं कि वृंदावन ने ही इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया हैं, उसने ही सोती हुई पत्नि का गला दबाया और अपने छोटे बटे की सांसे रोककर हत्या की।
इसके बाद उसने अपने बेटे यशपाल को उठाकर अपने और उसके पैर में रस्सी बांधकर कुंए में कूंदा है, लेकिन दबी जुबान में गांव में चर्चा हैं कि उसको अपनी पत्नि के चरित्र पर संदेह हैं और इसी संदेह की परिणीति में यह काण्ड हुआ हैं। अभी पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हैं, इस घटनाक्रम के सभी पहलुओं पर बारिकी से जांच की जा रही हैं।
इनका कहना हैं
मोबाईल से सूचना मिली थी कि प्रतापपुरा गांव में एक ही परिवार के चार लोगो की लाश मिली हैं। इस पूरे मामले में पुलिस बारिकी से जांच कर रही हैं।
सुधीर सिंह कुशवाह, खनियाधाना टीआई