जबलपुर। जबलपुर में साधु-संतों की भव्य पेशवाई के साथ मां नर्मदा गौ कुंभ का विधि विधान से शुभारंभ हो गया। नर्मदा तट ग्वारीघाट में लगातार 9 दिनों तक संतों का समागम होगा तो इस धर्म और आस्था के संगम में डुबकी लगाने हजारों लोग आएंगे। 3 मार्च तक चलने वाले गौ कुंभ के पहले दिन साधु-संतों की सोमवार को भव्य पेशवाई निकली, इसे देखने बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी। नर्मदा को स्वच्छ और अविरल बनाने का संदेश देने आयोजित कुंभ में रोज़ाना देश के नामचीन कलाकारों की प्रस्तुतियां भी होंगी।
महामंडलेश्वर स्वामी श्याम देवाचार्य के सानिध्य में निकली पेशवाई निकली। इसमें शामिल संतों और मुख्य यजमान गौरव भनोत का जगह-जगह मंच लगाकर स्वागत वंदन किया गया। आयोजकों का मानना था कि नर्मदा कुंभ के जरिए आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ और अविरल नर्मदा का संदेश मिलेगा। बैंड, ढोल-धमाल, सैकड़ों साधु संतों, जीवंत धार्मिक झांकियों और अखाड़ों के साथ जब संस्कारधानी की धरा पर मां नर्मदा गौ कुंभ की पेशवाई निकली तो लोगों ने फूलों की वर्षा करके अभिनंदन किया। इसके साथ ही मां नर्मदा गौ कुंभ का औपचारिक शुभारंभ हो गया।
अनूठे अंदाज में पेशवाई में शामिल हुए संत
जयकारों के साथ सबसे आगे साधु संतों का पैदल दल मुख्य यजमान गौरव भनोत और युवाओं की टोलियां रहीं, जिनके पीछे देवी देवताओं की जीवंत झांकियां सनातन धर्म मंदिर और धार्मिक संस्थाओं के साथ देवाधिदेव महादेव की बारात मुख्य आकर्षण रही। एक संत तो बाइक पर सवार होकर पेशवाई में शरीक हुए। नृसिंह मंदिर से शुरू हुई भव्य पेशवाई जब अपने पथ से गुजरी तो सड़कों के दोनों ओर खड़े हजारों लोगों ने साधु संतों का दर्शन अर्चन कर उनका आशीर्वाद लिया। वाहनों और रथों पर अपने अपने शिष्यों के साथ देश भर से आए साधु संत, धर्माचार्य, किन्नर और नागा संतो के दर्शनों के लिए श्रद्धालु उमड़ पड़े।