भोपाल। अपने लिए अलग से पुलिस थाने मांग रही बिजली कंपनी के असिस्टेंट इंजीनियर ने रायसेन में एक उपभोक्ता को ना केवल बंदर बनाया बल्कि उसके साथ बेरहमी से मारपीट भी की। उपभोक्ता को बिजली कंपनी के ऑफिस में ही बंधक बनाकर रखा गया। किसी माफिया की तरह असिस्टेंट इंजीनियर जावेद मिर्जा बेग ने उपभोक्ता अरविंद नाथ के साथ मारपीट की।
हाईवे जाम किया तब कहीं जाकर GM ने AE को सस्पेंड किया
इस घटना के बाद लोगों ने चक्का जाम कर दिया। धरना पर बैठे लोगों को मनाने के लिए बिजली कंपनी के महाप्रबंधक एसएस भदौरिया पहुंचे। उन्होंने 24 घंटे में कार्रवाई का भरोसा दिया। इसके बाद भी लोग ठोस कार्रवाई होने तक उठने को तैयार नहीं हुए। एक घंटे बाद भी कोई कार्रवाई होती नजर नहीं आने पर लोगों ने हाईवे पर आकर जाम लगा दिया। इसके बाद मौके पर एडीएम अनिल डोमोर, एसडीएम मिशा सिंह पहुंचे। उन्होंने बिजली कंपनी के महाप्रबंधक से चर्चा की। इसके बाद एई को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया तब कहीं जाकर आक्रोशित लोग शांत हुए।
AE ने कुर्सी फेंक कर मारी, कर्मचारियों ने ऑफिस का दरवाजा बंद किया
राहुल नगर में रहने वाले अरविंद नाथ ने बताया कि उनका पुराना मकान 2 साल से बंद है। इस मकान का 29 हजार 900 रुपए का बिल भरने का नोटिस दिया गया है। इस बिल के संबंध में जब वह बिजली कार्यालय पहुंचा तो यहां पर एई जावेद मिर्जा बेग को ठीक करने काे कहा तो वे भड़क गए और उन्होंने उसके साथ गाली-गलौच करते हुए मारपीट की। उस पर कुर्सी फेंक कर मारी। कर्मचारियों से गेट बंद करवा कर उसे 15 मिनट तक बंधक बनाकर भी रखा।
मैंने मारपीट नहीं की, उसने ही मेरी गिरेबां पकड़ी: AE
मप्र मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी रायसेन के एई जावेद मिर्जा बेग का कहना है कि बिजली बिल की रीडिंग की समस्या को लेकर यह उपभोक्ता मेरे पास आया था। मैंने उनसे रीडिंग चेक करवाने की बात कही तो वह मेरे साथ अपशब्दों का उपयोग करने लगे। उसने मेरी गिरेबां पकड़ ली, जिसे मैंने सिर्फ छुड़ाई है। मेरे द्वारा किसी प्रकार की मारपीट नहीं की गई है। मुझ पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे निराधार हैं।
सिर्फ एक सवाल
यदि उपभोक्ता ने बिजली कंपनी के ऑफिस में इंजीनियर के साथ अभद्रता की है तो सीसीटीवी कैमरे में यह घटनाक्रम रिकॉर्ड भी हुआ होगा। सवाल सिर्फ एक है, यदि उपभोक्ता ने हमला किया था तो असिस्टेंट इंजीनियर या ऑफिस में मौजूद स्टाफ ने तत्काल पुलिस क्यों नहीं बुलाई। जबकि बिजली कंपनी वाले दो ₹5000 से ज्यादा की रिकवरी पर भी पुलिस वालों को साथ ले जाने की कोशिश करते हैं।
खुद को मंत्री का रिश्तेदार बताता है AE जावेद मिर्जा बेग
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि असिस्टेंट इंजीनियर जावेद मिर्जा बेग खुद को कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री का रिश्तेदार बताता है। मंत्री के नाम पर वरिष्ठ अधिकारियों को भी धमका कर रखता है। कई उपभोक्ताओं को एवं बाजार में मंत्री के नाम की धमकी देकर इसी तरह की मनमानी करता है। मंत्री के नाम पर अधीनस्थ कर्मचारियों को प्रभाव में लेकर एक ग्रुप बना लिया है और खुद ग्रुप लीडर बन बैठा है।