नई दिल्ली। न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि मुस्लिम देश संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की सरकार एक मोबाइल ऐप (Totok) के जरिए दूसरे देश के नागरिकों की जासूसी कर रही है। रिपोर्ट में बताया गया है कि जासूसी करने वाली मोबाइल एप्लीकेशन का मिडिल ईस्ट के कई देशों, यूरोप, एशिया, अफ्रीका और नॉर्थ अमेरिका में सबसे ज्यादा प्रचार प्रसार किया गया है।
क्या भारतीय नागरिक भी टारगेट पर है
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट को यदि सही माना जाए तो निसंदेह भारतीय नागरिक भी टारगेट पर हैं। पिछले 2-3 सालों में ऐसे बहुत सारे मोबाइल ऐप बाजार में आए हैं जो मोबाइल ऐप को उपयोग करने के बदले या फिर मोबाइल ऐप पर कोई आसान सा वीडियो या फोटो डालने के बदले यूजर्स को पैसे दे रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि यह सभी ऐप विदेशी हैं। चीन और अमेरिका से भी ऐसे कुछ मोबाइल एप्प संचालित किए गए थे। यह अपने कारोबारी स्पॉन्सर्स के लिए भारत में ग्राहकों की रुचि पता करने के लिए जासूसी करते थे। परंतु न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट चौंकाने वाली है क्योंकि उसने जासूसी में सरकार का इंवॉल्वमेंट बताया है।
किसी भी देश के नागरिकों को भड़काया जा सकता है
टिक टॉक जैसी मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए किसी भी देश के नागरिकों को आसानी से भड़काया जा सकता है। मनोरंजन के बहाने राजनीति पर टिप्पणी करने वाले या राजनीति का मजाक उड़ाने वाले वीडियो को बड़ी ही चतुराई के साथ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जाता है। लोग समझ ही नहीं पाते कि कब उनका ब्रेनवाश हो गया। मोबाइल ऐप से पैसा कमाने और मनोरंजन करने में व्यस्त लोगों की एक बहुत बड़ी भीड़ राजनीति में एक खास किस्म की विचारधारा का अनुसरण करने लगती है। इसका पता तब चलता है जब मतदान के बाद चुनाव के चौकाने वाले नतीजे आते हैं। दुनिया के कुछ देशों में इस तरह के नतीजे सामने आ चुके हैं।