इक्वाडोर के राष्ट्रपति लेनिन मोरेनो ने हाल ही में दिए अपने बयान में उन्होंने कहा था कि महिलाएं सिर्फ गंदी शक्ल वाले लोगों पर रेप का आरोप लगाती हैं। इस बयान को देने के बाद उनकी काफी आलोचना हो रही थी। शुक्रवार को सिटी ऑफ गुआयाक्विल (City Of Guayaquil) में इकनॉमिक कॉन्फ्रेंस के आयोजन के दौरान राष्ट्रपति लेनिन (66 साल) ने यह बयान देते हुए पुरुषों के पक्ष में कहा था कि पुरुष हमेशा यौन आरोपों का शिकार होने से दहशत में रहते हैं।
बयान के लिए माफी मांगी
अपने बयान की आलोचना होने के बाद लेनिन ने ट्वीट किया- हिंसा या शोषण के रूप में गंभीर मुद्दे को कम करके आंकने का मेरा कोई इरादा नहीं था। अगर मेरे बयान को उस तरह से समझा गया है, तो मैं माफी मांगता हूं। मैं महिलाओं के खिलाफ होने वाली हर तरह की हिंसा को अस्वीकार करता हूं।
राष्ट्रपति ने कहा कि महिलाएं यौन अपराधों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा रही हैं, जो अच्छी बात है। मगर, कभी-कभी वो गंदी शक्ल वाले लोगों पर गुस्सा हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं यौन शोषण का आरोप गंदी शक्ल वाले पुरुषों पर लगा देती हैं। मगर, जब खूबसूरत दिखना वाला व्यक्ति होता है, तो महिलाएं उसे आमतौर पर शोषण नहीं मानती हैं।
राष्ट्रपति के इस भाषण की फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कई लोगों ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है। लोगों ने उनके इस बयान की जमकर आलोचना की। लिहाजा, उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने ट्वीटकर बयान पर अपनी सफाई देते हुए माफी मांगी। उन्होंने कहा कि मैं महिलाओं के खिलाफ होने वाली किसी भी तरह की हिंसा के खिलाफ हूं।
एक ट्विटर यूजर ने लिखा- लेनिन मोरेनो के अनुसार, महिलाएं केवल तब उत्पीड़न की रिपोर्ट करती हैं जब अपराधी 'बदसूरत' होता है। अब यह समझ में आता है कि लैंगिक हिंसा की रोकथाम के लिए उन्होंने 876,000 डॉलर की कटौती क्यों की है, इसके लिए हमारा जीवन बेकार है।