Online wine delivery | guna, madhya Pradesh
गुना। ऑनलाइन फूड डिलीवरी सर्विस जोमैटो डिलीवरी ब्वॉय गुना शहर में शराब की सप्लाई भी करते थे। पुलिस ने एक छापामार कार्यवाही में इसका खुलासा किया है। पुलिस ने बताया कि जोमाटो के मोबाइल ऐप पर शराब के लिए बुकिंग का कोई ऑप्शन नहीं है लेकिन जोमाटो के डिलीवरी ब्वॉय ओवर द फोन ऑर्डर बुक करते थे। पुलिस ने रिहायशी इलाके में बनाया गया शराब का गोडाउन भी पकड़ा है जिसे सील कर दिया गया।
साइंस सिटी में बना रखा था शराब का गोदाम
पुलिस ने सोमवार को गुना की साईं सिटी कालोनी में छापे की कार्रवाई की। डिलीवरी मैन के किराए के मकान से अवैध रूप से रखी 500 बोतल अंग्रेजी शराब जब्त की है, साथ ही एक स्कार्पियों भी पकड़ी है। आरोपी इसी वाहन से ग्वालियर से शराब मंगवाता था। कार्रवाई बेहद गोपनीय तरीके से की गई।
सीएसपी नेहा पच्चीसिया ने डायरेक्ट कार्रवाई की
सीएसपी नेहा पचीसिया को सूचना मिली थी कि शहर की साईं सिटी कालोनी में एक भवन में अवैध रूप से शराब रखी गई है। उन्होंने एसपी तरुण नायक को सूचना दी और ऑफिस के स्टॉफ को लेकर मौके पर पहुंच गईं। उन्होंने घर की घेराबंदी की, यहां पर एक युवक मिला, जिसे गिरफ्तार किया गया।
गोपनीय रखी कार्रवाई थाने में भी नहीं दी सूचना
सीएसपी नेहा पच्चीसिया ने बताया कि लंबे समय से जोमैटो के डिलीवरीमैन ऑनलाइन खाने की बुकिंग के साथ-साथ अवैध रूप से शराब की तस्करी कर रहे थे। इसमें मुख्य आरोपी योगेंद्र ठाकुर को पकड़ा गया है, जो जोमैटो में काम करता है। खाना घर-घर भेजने के दौरान उसने लोगों से संपर्क किया और खुद को मोबाइल नंबर उन्हें दे दिया। इसके बाद कॉल आने पर युवक अपने अन्य साथियों को भेजकर शराब भी लोगों को परोसने लगा। इस पूरी गैंग में 4 लोग शामिल हैं। बाकी तीन की तलाश की जा रही है।
मकान भी किया सील किया गया
सिसौदिया कालोनी निवासी नीलेश राठौर ने अपना साईं सिटी कालोनी में स्थित भवन योगेंद्र ठाकुर को किराए पर दिया था। आरोपी मालपुर क्षेत्र का रहने वाला है। आरोपी ने इस मकान में अवैध रूप से शराब रखना शुरु कर दिया। जोमैटो में काम करने के दौरान उसके कई लोगों से संपर्क हो गए, आरोपी इन लोगों को घर, ऑफिस सहित अन्य जगह पर शराब भी भेजने लगा। मकान को भी सील किया गया है।
स्कार्पियों में भरकर लाए थे शराब की पेटियां
आरोपी अपने किराए के भवन में शराब की 40 पेटी उतार रहे थे, इसी दौरान सीएसपी नेहा पच्चीसिया मौके पर पहुंच गई। 15 लाख की स्कार्पियों गाड़ी अवैध शराब की तस्करी में जब्त कर ली गई। वहीं 500 बोतल शराब, जिसकी कीमत 3 लाख रुपए के लगभग है। वह भी जब्त की गई।
मुखबिर से मिली थी सूचना गोपनीय तरीके से की कार्रवाई
सीएसपी नेहा पचीसिया ने बताया कि शहर में लंबे समय से जोमैटो में कार्यरत आरोपी योगेंद्र ठाकुर अवैध शराब की तस्करी कर रहा था। वह ऑनलाइन फूड डिलीवरी करता था, लेकिन वह अपने स्तर से ही अवैध शराब भी लोगों को घर-घर भेजने लगा। क्योंकि खाने की डिलीवरी के समय वह कहीं पर भी आता-जाता था तो जोमैटो का डिलीवरी मैन होने की वजह से कोई उस पर शक भी नहीं करता था। आरोपी ने इसी का फायदा उठाया और अवैध शराब की तस्करी अपने साथियों के साथ मिलकर करने लगा। कई दिनों से हम इसे रंगे हाथों पकड़ने की योजना बना रहे थे।
इसमें कंपनी की कोई भूमिका नहीं
आरोपी योगेंद्र ठाकुर लंबे समय से अवैध शराब की तस्करी कर रहा था। वह जोमैटो में कार्यरत है। उसकी अवैध शराब की तस्करी में कंपनी की कोई भूमिका नहीं है। उसने खुद व खुद अपने स्तर से जोमैटो की आड़ में शराब की भी डिलीवरी शुरु कर दी थी। इस संबंध में हम कंपनी को भी आरोपी युवक की जानकारी दे रहे हैं। उसके अन्य साथी भी हैं, आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अन्य भी पकड़े जाएंगे।
नेहा पच्चीसिया, सीएसपी गुना
कुछ सुलगते सवाल जिसका जवाब पुलिस ने नहीं दिया
जोमैटो कंपनी के डिलीवरी बॉयस के पास इतनी पूंजी कहां से आई जो उन्होंने गोदाम बना लिया।
जोमैटो कंपनी डायरेक्ट शराब की बुकिंग नहीं करती लेकिन अपने डिलीवरी टीम को सुपरवाइजर जरूर करती है। तो फिर कंपनी ने इस गोरखधंधे को क्यों नहीं पकड़ा।
वह शराब माफिया कौन है जिसके लिए डिलीवरी ब्वॉय काम कर रहे थे।
लोकल थाने को इन्फॉर्म क्यों नहीं किया। क्या लोकल थाना पुलिस शराब की तस्करी को संरक्षण दे रही थी।