भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में इस्तीफा देने वाले 16 विधायकों ने बेंगलुरु से एक बार फिर मध्य प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है। उनका कहना है कि जिस तरह 6 विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है उसी तरह उनका भी किया जाए।
राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने 16 मार्च को मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र आयोजित करने के लिए निर्देशित किया है। सूत्रों का दावा है कि विधानसभा सत्र राज्यपाल महोदय के अभिभाषण के तत्काल बाद स्थगित कर दिया जाएगा। इसके पीछे बहाना कुछ भी हो सकता है। कोरोना वायरस एक मजबूत कारण बन सकता है। भोपाल में कांग्रेस के सभी विधायक पहुंच चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी के विधायक किसी भी समय आ सकते हैं लेकिन बेंगलुरु में ठहरे हुए 16 विधायकों के बारे में कोई पुख्ता जानकारी अब तक प्राप्त नहीं हुई है।
छह मंत्रियों के इस्तीफे स्वीकार किए तो 16 विधायकों की क्यों नहीं
बेंगलुरु में ठहरे हुए विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष श्री एनपी प्रजापति के नाम एक पत्र लिखकर कहा है कि हम सभी ने एक साथ एक ही तरीके से इस्तीफे दिए थे। छह विधायक सरकार में मंत्री भी थे, उन सभी के इस्तीफे स्वीकार कर लिए गए हैं। तो फिर हम 16 विधायकों के इस्तीफे उसी प्रक्रिया से स्वीकार क्यों नहीं किए जा रहे। हमें उपस्थित होने के लिए नोटिस क्यों दिया गया है। विधायकों का कहना है कि मध्य प्रदेश में हम सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे। हमें कमलनाथ सरकार से खतरा है।