भोपाल। दिल्ली से बड़ी खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि कमलनाथ सरकार के मंत्रियों द्वारा गुरुग्राम के होटल में छापामारी से पहले ही विधायकों को वहां से हटा लिया गया था। बड़ी खबर यह है कि कांग्रेस के तीन और एक निर्दलीय विधायक बेंगलुरु में शिफ्ट कर दिए गए हैं। दिल्ली के मीडिया सूत्रों का दावा है कि यह चारों विधायक अब भी भाजपा के साथ है।
एबीपी न्यूज़ के पत्रकार श्री विकास भदौरिया ने बताया है कि मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक बिसाहू लाल सिंह, हरदीप सिंह डंग, रघुराज सिंह कंसाना और निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा बंगलुरू भेज दिए गए हैं। यह सभी विधायक अभी भी भाजपा के साथ हैं। यदि यह खबर सही है तो कमलनाथ सरकार पर खतरा टला नहीं है।
दिल्ली में मध्यप्रदेश का ड्रामा: पॉइंट टू पॉइंट अब तक क्या हुआ
02 मार्च 2020 सोमवार: दिग्विजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी पर horse-trading का आरोप लगाया। कहा कि शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री और नरोत्तम मिश्रा उप मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।
भाजपा की तरफ से शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने दिग्विजय सिंह के बयान को आधारहीन बताया।
3 मार्च 2020: दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करके सवाल किया कि क्या पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह विशेष विमान से बसपा विधायक श्रीमती रामबाई को दिल्ली नहीं लाए हैं।
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि विधायकों को कुल 35 करोड़ का ऑफर दिया गया है।
बसपा विधायक श्रीमती रामबाई के पति ने दिग्विजय सिंह के बयान का खंडन किया। उन्होंने कहा कि श्रीमती रामबाई दिल्ली में है लेकिन अपनी बेटी से मिलने गई है।
पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह एवं नरोत्तम मिश्रा पहले से ही दिल्ली में थे। मंगलवार शाम को शिवराज सिंह चौहान भी दिल्ली पहुंच गए।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने दो मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह को दिल्ली भेजा।
दोनों मंत्री गुरुग्राम के एक होटल में पहुंचे। यहां उन्होंने सत्तारूढ़ दलों के विधायकों को भाजपा द्वारा जबरदस्ती रोकने का आरोप लगाया।
होटल में काफी हंगामे के बाद जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह के साथ बसपा विधायक श्रीमती रामबाई जाते हुए दिखाई दी।
मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि हमारे पहुंचने से पहले ही भाजपा ने विधायकों को शिफ्ट कर दिया है।
रात 2:00 बजे कुछ विधायक हैं होटल से निकलकर कहीं और चले गए।
4 मार्च 2020: दिल्ली मीडिया के सूत्रों का कहना है कि विधायकों कर्नाटक ले जाया गया है।
दिग्विजय सिंह का आरोप है कि कुल 11 विधायक थे।
जयवर्धन सिंह का दावा है कि सभी विधायकों से बात हो गई है सरकार को कोई खतरा नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि इस घटनाक्रम से हमारा कोई लेना देना नहीं है।