जबलपुर। कैंट क्षेत्र सदर चौपाटी की 35 चाट दुकानें सुबह 8 बजे सील कर दीं गईं। कैंट बोर्ड ने यह कार्रवाई इन दुकानों का मासिक किराया भुगतान नहीं होने के कारण की है। कैंट बोर्ड ने अब अपने किराएदारों से बकाया राशि वसूल करने इसी तरह की कार्रवाई करने कहा है।
सदर चौपाटी की दुकानें मासिक किराए पर आबंटित की गईं हैं। वर्तमान में सभी दुकानें खुलतीं हैं। इन दुकानों में व्यवसाय होने पर इनके संचालकों को आय होती है। फिर भी 35 दुकानों के संचालकों ने लगभग एक साल से दुकान किराया जमा नहीं किया। इससे कैंट बोर्ड प्रशासन को चौपाटी की एक-एक दुकान से 35-50 हजार रुपए तक लेना बकाया रहा।
कैंट बोर्ड ने हाल ही में चौपाटी की दुकानों से बकाया वसूली करने नोटिस भेजे। इसके बाद भी चाट दुकान संचालक कैंट बोर्ड कार्यालय में बकाया किराया जमा करने नहीं पहुंचे। तब कैंट सीईओ सुब्रत पाल के निर्देश पर राजस्व अधीक्षक चरनप्रीत खन्ना के नेतृत्व और पुलिस की मौजूदगी में 35 चाट दुकानों को सील किया गया।
यह रहा बोर्ड का अमला
चौपाटी की 35 दुकानें सील करने वाले कैंट बोर्ड के अमले में वरिष्ठ लिपिक आशीष वर्मा, मिथलेश यादव, तनवीर शाह, निर्मल कुमार, नितिन कटारे, खेमराज मीणा, कुलदीप प्रजापति आदि शामिल रहे।
बोर्ड कार्यालय पहुंचे
सुबह सदर चौपाटी में दुकानें सील होने से व्यापारियों में हड़कंप मच गया। दोपहर में कैंट बोर्ड कार्यालय में सदर चौपाटी के कुछ दुकानदार अपने बकाया किराए की जानकारी लेने भी पहुंचे। जबकि शाम को सदर चौपाटी की कुछ दुकानों का बकाया किराया जमा होने की भी चर्चा रही।