ग्वालियर। हरियाणा में मानव तस्करी गिरोह के जरिए बेची गई नाबालिग को पुलिस ने बरामद किया था, लेकिन 40 दिन बाद नाबालिग अपने ही घर की दीवार कूदकर भाग गई है। घटना रविवार शाम 5 बजे थाटीपुर शासकीय क्वार्टर एरिया की है। किशोरी की मां ने थाटीपुर थाना पुलिस को मामले की सूचना दी है। जिस पर पुलिस उसकी तलाश कर रही है। रात तक स्टेशन व बस स्टैंड पर सीसीटीवी फुटेज भी देखे गए हैं। फिलहाल कोई सुराग नहीं लगा है।
थाटीपुर निवासी 15 वर्षीय दसवीं की छात्रा जुलाई 2019 में घर से गायब हो गई थी। उसकी मां तलाश करती रही, लेकिन वह नहीं मिली। करीब 2 महीने बाद मां ने थाटीपुर थाना में सूचना दी। जिस पर पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया। 5 जनवरी 2020 को लापता की मां के मोबाइल पर वॉटसएप मैसेज आया। जिसमें उसे बताया कि 3 महीने पहले मेरी क्लीनिक पर एक बच्ची आई थी। उसके साथ एक महिला थी। बच्ची ने आपका नंबर देते हुए सूचना देने की बात कही थी। इस पर किशोरी की मां थाटीपुर थाना पहुंची। पुलिस ने एक लीड से कड़ी से कड़ी जोड़कर डॉक्टर और उसके यहां उसे लेकर आई हरियाणा के अंबाला निवासी बबली उर्फ अरुणा गौतम के ठिकाने पहुंची।
28 जनवरी को नाबालिग को पुलिस ने हरियाणा के कैथल जिले में पनवासा गांव बरामद किया था। उसके साथ रिंकू उर्फ राजेश जाट को भी गिरफ्तार किया था। उसने 1.5 लाख में किशोरी को खरीदकर शादी की थी। किशोरी गर्भवती भी थी। अभी पुलिस इस मामले में बबली की तलाश कर रही है। इसी बीच सूचना मिली है कि 8 मार्च को किशोरी फिर लापता हो गई है। उसकी मां ने सूचना दी कि वह घर की दीवार फांदकर भाग गई है। इससे पहले भी वह तीन बार गायब हो चुकी है। थाना प्रभारी थाटीपुर ने तत्काल पूरी पुलिस को हरियाणा से बरामद की थी नाबालिग, 40 दिन बाद घर की दीवार कूदकर भागी अलर्ट कर दिया है। स्टेशन से लेकर बस स्टैंड तक तलाश किया जा रहा है।