भोपाल। गुरुवार को कांग्रेस ने अपनी दोनों चालें चल दिए हैं। कमलनाथ सरकार को बचाने के लिए कांग्रेस का सबसे महत्वपूर्ण ऑपरेशन बेंगलुरु फेल हो चुका है। इस्तीफा दे चुके मंत्री जीतू पटवारी पुलिस हिरासत में ले लिए गए थे। अब इसके बाद क्या होने वाला है। दोनों पार्टियों में क्या रणनीति बन रही है। आइए पढ़ते हैं आज की पांच बड़ी खबरें।
कोरोना वायरस के नाम पर बजट सत्र स्थगित किया जा सकता है: पत्रकार बृजेश राजपूत
वरिष्ठ पत्रकार श्री बृजेश राजपूत के अनुसार कोरोनावायरस के ख़तरे की वजह से मध्य प्रदेश में 16 मार्च से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र के आगे बढ़ाने पर राज्य सरकार विचार कर रही है। ऐसा करने पर कमलनाथ सरकार को कुछ समय और मिल जाएगा। शायद वह किसी भी तरह फ्लोर टेस्ट से बचना चाहते हैं। दूसरे राज्यों का अध्ययन करने का बाद आज फ़ैसला होगा।
सदन में भाजपा विधानसभा अध्यक्ष को हटा सकती है: पत्रकार दिनेश गुप्ता
भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार श्री दिनेश गुप्ता का कहना है कि मध्यप्रदेश विधानसभा की मौजूदा स्थिति में भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों की संख्या अधिक है। भाजपा इस संख्या का उपयोग विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर कर सकती है फैसला सदन में मौजूद सदस्यों की संख्या के आधार पर होगा।
इस्तीफा दे चुके मंत्रियों को मार्च माह का वेतन नहीं लेना चाहिए: अजय दुबे
पर्यावरण एवं वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता एवं आरटीआई एक्टिविस्ट श्री अजय दुबे का कहना है कि कमलनाथ सरकार के सभी मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं। इसका अर्थ हुआ कि मध्य प्रदेश में अब कोई मंत्री नहीं है। सभी विधायक हैं। तो फिर इस्तीफा दे चुके पूर्व मंत्रियों को मार्च माह का वेतन नहीं लेना चाहिए।
मुख्यमंत्री कमलनाथ राज्यपाल से मिलने पहुंचे
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ शुक्रवार सुबह राज्यपाल श्री लालजी टंडन से मिलने राजभवन पहुंचे। जाते समय उन्होंने मीडिया को विक्ट्री का साइन दिखाया। मध्यप्रदेश में चल रहे राजनीतिक संकट पर दोनों के बीच बातचीत होगी। इसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। राजभवन से कोई बड़ी खबर भी आ सकती है।
क्या वाकई ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में हाशिए पर थे: दिग्विजय सिंह
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करके सवाल किया है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए और राज्यसभा में गए। क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया वास्तव में कांग्रेस में हाशिए पर थे।