भोपाल। कोरोना वायरस के संक्रमण को मध्यप्रदेश में फैलने से रोकने के लिए अब तक कुल 9 जिलों को लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है। इसके तहत सभी प्रकार के सार्वजनिक परिवहन के साधन बंद कर दिए गए हैं। बाजार बंद रखने के आदेश जारी हो गए हैं। सीमाएं सील हो गई है। इन 9 जिलों में ना तो बाहर से कोई व्यक्ति अंदर आ सकता है और ना ही अंदर का कोई व्यक्ति बाहर जा सकता है। सिर्फ मानव जीवन के लिए आवश्यक गतिविधियां संचालित होती रहेंगी।
मध्य प्रदेश के कितने जिलों में लॉकडाउन किया गया है
मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीज सबसे पहले जबलपुर में पाए गए थे। इसलिए जबलपुर को सबसे पहले लॉक डाउन किया गया। फिर जबलपुर से जुड़े हुए 8 जिले नरसिंहपुर, बालाघाट, सिवनी, रीवा, छिंदवाड़ा और बैतूल को लॉक डाउन कोशिश किया गया। इसके बाद ग्वालियर और 22 मार्च 2020 की शाम मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को लॉकडाउन कर दिया गया।
दिल्ली से भोपाल आई एयर इंडिया की फ्लाइट में कोरोना संदिग्ध
रविवार को सुबह दिल्ली से भोपाल के राजा भोज एयरपोर्ट पर आई एयर इंडिया की फ्लाइट में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज पाए गए हैं। स्क्रीनिंग के दौरान सबसे पहले एक लड़की को संदिग्ध पाया गया उसके बाद उसके आसपास बैठे हुए अन्य यात्रियों को आइसोलेट किया गया है। इस जांच प्रक्रिया के बाद एयर इंडिया के हवाई जहाज का सैनिटाइजेशन किया गया।
नरसिंहपुर में 14 दिन का लॉकडाउन
जबलपुर संभाग के नरसिंहपुर में 14 दिन का लॉकडाउन किया गया है। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया, ‘‘किसी भी व्यक्ति को अपने घर से निकलने की इजाजत नहीं होगी। जिले की सीमा में बाहरी लोगों का आना और यहां के लोगों के बाहर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।’’ प्रदेश के कुछ जिलों में धारा 144 लागू है।
छतरपुर में विदेश से वापस आए युवक के खिलाफ मामला दर्ज
छतरपुर में भी एक युवक पर विदेश से वापस आने की जानकारी छिपाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। यहां के आलोक बनर्जी कुछ दिन पहले थाईलैंड से वापस आए थे। उन्हें सर्दी और बुखार है। आलोक के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। फिलहाल उन्हें घर में ही क्वारैंटाइन किया गया है।
जयपुर से मुरैना आया मजदूर आइसोलेशन में
जयपुर की एक फैक्ट्री का मजदूर मुरैना पहुंचा, उसे संदिग्ध मान आइसोलेट किया गया। बताया जा रहा है कि जिस फैक्ट्री में मजदूर काम करता था, वहां कुछ दिन पहले इटली से इंजीनियर आए थे।
विदेश से लौटे सर्जन डॉ. राकेश गुप्ता का नर्सिंग होम सील, आइसोलेट किया
शहर में ऑस्ट्रिया से लौटे ऑर्थोपीडिक सर्जन डॉ. राकेश गुप्ता ने सेल्फ क्वारैंटाइन के बजाय नर्सिंग होम चालू कर मरीजों का इलाज शुरू कर दिया। इसकी जानकारी लगते ही एसडीएम आरएस वाकना के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर पहुंचकर डॉक्टर और परिजन से चर्चा की और डॉक्टर को घर में ही आइसोलेट किया। डॉक्टर की इस गंभीर लापरवाही पर उनके नर्सिंग होम से मरीजों की छुट्टी करवाकर सील कर दिया। वहीं, कलेक्टर प्रियंका दास ने डॉ. गुप्ता को दिए नोटिस में कहा कि जवाब संतोषप्रद न होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इधर, देश-विदेश से घूमकर आए जिलेभर के 19 लोगों को घर में ही आइसोलेट किया गया है।
दुबई से जबलपुर लौटा परिवार कोरोना पॉजिटिव निकला
भोपाल में अब तक कोरोना के पांच मामले सामने आ चुके हैं। जबलपुर में जो चार व्यक्ति कोरोना से संक्रमित पाए गए, उनमें से तीन एक ही परिवार के हैं। ये लोग हाल ही में दुबई से लौटे थे। इसके अलावा एक छात्र जर्मनी से आया था। चारों को एक अस्पताल में आइसोलेशन में रखकर उनका इलाज किया जा रहा है। उनकी हालत स्थिर बताई गई। सभी की उम्र 45 साल से कम है।