नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने अतिथि शिक्षकों का साथ देने से मना किया | ATITHI SHIKSHAK NEWS

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव ने अतिथि शिक्षकों के आंदोलन में साथ देने से मना कर दिया है। भोपाल के शाहजहानी पार्क में प्रदर्शन कर रहे अतिथि शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल गोपाल भार्गव से मिलने के लिए गया था। नेता प्रतिपक्ष ने अपनी असमर्थता जाहिर कर दी। 

प्रदर्शनकारी अतिथि शिक्षकों की तरफ से जारी प्रेस सूचना के अनुसार मंगलवार 3 मार्च को भी 72 दिन से शाहजहानी पार्क भोपाल में जन सत्याग्रह कर रहे अतिथि शिक्षक डोर टू डोर सत्याग्रह के चलते पक्ष और विपक्ष का चक्कर लगाते उन्हें भी बनावटी नींद से जगाने का सिलसिला जारी रखे। डोर टू डोर सत्याग्रही अतिथि शिक्षकों ने संबंधितों का चक्कर पूरा दिन लगाते रहे परंतु ऐसी कोई ठोस कार्यवाही समझ में नहीं आ रही है ताकि आश्वस्त होकर आगे की सकारात्मक रणनीति तैयार की जा सके। अतिथि शिक्षक समन्वय समिति के प्रदेश अध्यक्ष सुनील परिहार ने बताया है कि मंगलवार कैसे भी पूरा दिन पक्ष और विपक्ष के जनप्रतिनिधियों और संगठन के पदाधिकारियों से मुलाकात का दौर चलता रहा।

नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव जी और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बैठकर अतिथि शिक्षकों के लिए नियमितीकरण के पक्ष में कार्यवाही जल्द कराए जाने सरकार से संवाद करने की बात की गई परंतु नेता प्रतिपक्ष ने भी असमर्थता जाहिर कर दी।श्री परिहार ने नेता प्रतिपक्ष की कार्यवाही पर संदेह व्यक्त करते हुए कहा है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि, बीजेपी और कांग्रेस दोनों 50-50 की राजनीति जनता के साथ करने का सौदा कर चुके हों। जिसके चलते सरकार पर विपक्ष की भूमिका बिल्कुल भी समझ में नहीं आ रही है। जिसके कारण प्रदेश की जनता के साथ उनके साथ लगातार बढ़ते जा रहे अन्याय के विरोध में खड़ा होने वाला कोई नजर नहीं आता है। 

यही हाल अतिथि शिक्षकों के साथ है। जो अपने पक्ष में बात करने के लिए विपक्ष का सहारा लेने दर-दर भटक रहा है। संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी नवीन शर्मा ने कहा है, इस तरह की गतिविधियां लगातार जारी रहेंगी। इधर शाहजहांनी पार्क में भी निर्णायक सत्याग्रह अपने चरम पर पहुंच रहा है।इस संकल्प के साथ कि अतिथि शिक्षकों के साथ अब भविष्य में अन्याय और शोषण होना पूरी तरह खत्म करके ही मैदान छोड़ा जायेगा।

समन्वय समिति संस्थापक पी.डी.खैरवार ने अपील की है,कि अतिथि शिक्षक शिक्षक जगत और शिक्षा का समयमान बचाना चाहते हैं,तो सत्याग्रह में दमदारी से सामिल हों।सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष करने से बिल्कुल भी  भयभीत नहीं हों। ।आज बुधवार को भी मुख्यमंत्री और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया से भेंट कर नियमितीकरण के लिए कोई ठोस रास्ता जल्द ही निकालने की बात की जायेगी। यह डोर टू डोर सत्याग्रह नित नये नये प्रयोगों के साथ जारी रहेगा।  

डोर टू डोर सत्याग्रह दल में मुख्य रूप से रवि कांत गुप्ता, अनवर अहमद कुरैशी, देवेंद्र शाक्य, रामस्वरूप गुर्जर,अजय तिवारी, नवीन शर्मा, सुनील परिहार, सामिल रहे।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!