भोपाल। भोपाल के हीरोज में एक नया नाम जुड़ गया है ' डॉक्टर सुधीर डेहरिया', आपको याद होगा भोपाल में जब बाढ़ आई थी, एक लड़का भाग-भाग कर लोगों की जान बचा रहा था। डॉक्टर सुधीर डेहरिया भी कुछ ऐसा ही कर रहे हैं। वह लगातार कोरोनावायरस के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी होने के नाते 27x7 अपनी ड्यूटी पर हैं। ऑन ड्यूटी थोड़ी झपकी ले लेते हैं, कोई नया फोन आ जाता है फिर जुट जाते हैं।
5 दिन बाद घर आए थे डॉक्टर सुधीर, बाहर बैठकर चाय पी और चले गए
भोपाल के CMHO पूरे 5 दिन बाद घर आए थे। बाहर बैठकर चाय पी और चले गए। जैसे दुश्मन से युद्ध लड़ रहा कोई सिपाही, बस एक नजर अपने परिवार को देखने के लिए आता है। सीएमएचओ होने के कारण कोरोनावायरस से लोगों को बचाने की जिम्मेदारी डॉक्टर डेहरिया के ही कंधों पर है। बच्चों को अपने डॉक्टर पापा को देखने का सुख तो है पर वे उनसे गले तक नहीं मिल सकते हैं और ना ही उनके पापा उन्हें दुलार कर पा रहे हैं।
बच्चों के साथ खड़ी उनकी पत्नी डॉ. प्रीति डेहरिया उनको चाय का प्याला देती हैं वो भी दरवाजे के सामने बनी मुंडेर पर रख देती हैं। डॉक्टर सुधीर वो चाय का प्याला दूर से ही उठातेे हैं और बेटे प्रखर, देवेश और पत्नी से बात करते रहते हैं। करीब 20 मिनट बात करने के बाद वे फिर से अपनी ड्यूटी पर चले जाते हैं। डॉ. सुधीर की पत्नी डॉ. प्रीति डेहरिया जेपी अस्पताल में ही मेडिकल ऑफिसर हैं।