चीन से पैदा हुआ कोरोनावायरस पूरी दुनिया में फैल चुका है। इस जानलेवा वायरस की दहशत इतनी अधिक है कि इससे बचने के लिए जो मेडिकल उपकरण डॉक्टरों द्वारा बताए जा रहे हैं सब बाजार से गायब होते चले जा रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि मास्क के साथ सैनिटाइजर का उपयोग लोगों को कोरोनावायरस से बचाने में काफी मदद करता है।
क्या होता है सैनिटाइजर, बाजार में कहां उपलब्ध है
सैनिटाइजर का उपयोग हाथों में कीटाणुओं को मारने के लिए किया जाता है। यह एक तरल पदार्थ है जिसे किसी भी क्रीम की तरह हाथों में लगा लिया जाता है। इससे आपकी हथेलियां कीटाणु रहित हो जाती है। अब तक इसका उपयोग हैंड वॉश के लिए साबुन उपलब्ध ना होने की स्थिति में किया जाता था। कई स्कूलों में स्टूडेंट्स के लिए सैनिटाइजर का यूज पहले से ही कंपलसरी किया गया है। सैनिटाइजर मेडिकल शॉप के अलावा कुछ प्रतिष्ठित स्टेशनरी शॉप पर भी मिल जाता है। कभी-कभी यह आपकी कॉलोनी की अच्छी जनरल स्टोर पर भी होता है। शॉपिंग मॉल में जहां घरेलू सामान मिलते हैं, सैनिटाइजर भी उपलब्ध होता है।
सैनिटाइजर को घर पर कैसे बनाएं
दयालबाग शिक्षण संस्थान के रसायन विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रंजीत कुमार का कहना है कि एक तिहाई एलोवेरा जेल और दो तिहाई आइसोप्रोपिल रबिंग अल्कोहल को एक साफ बर्तन में लें और इसे अच्छी तरह से मिलाएं (यह दोनों बाजार में आसानी से उपलब्ध है)। इसके बाद एक चौथाई डिस्टिल्ड वॉटर यानी आसुत जल डालें और अच्छी तरह मिलाएं। फिर छान लें और इस लिक्विड सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें। खास बात यह है कि अगर रबिंग अल्कोहल उपलब्ध न हो तो शुद्ध आइसोप्रोपिल अल्कोहल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। अगर खूश्बू भी जोड़नी हो तो लिक्विड को छानने से पहले एक चुटकी दालचीनी पाउडर या लौंग पाउडर डालकर मिलाएं। घर में बना होने से यह सेनिटाइजर सुरक्षित और सस्ता भी है। जब भी इस्तेमाल करना हो तो इसकी दो-चार बूंद हाथ पर डालकर दोनों सतहों को सूख जाने तक रगड़ें।
क्या सैनिटाइजर का नियमित उपयोग करना नुकसानदायक है
डॉ. कुमार के मुताबिक सेनिटाइजर का ज्यादा इस्तेमाल शरीर पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। यह त्वचा की सतह से रक्त तक पहुंचता है और मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकता है। यही नहीं अगर बाजार के सेनिटाइजर में केमिकल यूज किया गया है तो इसके ज्यादा इस्तेमाल से दुष्प्रभाव पड़ सकता है। इसके अत्यधिक इस्तेमाल से किडनी, लंग्स, लिवर पर खराब प्रभाव पड़ता है। कम से कम भोजन करने से पहले या कुछ भी खाने से पहले हाथों को अच्छे साबुन से ठीक प्रकार से धो लें।