भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक कांग्रेस के बागी विधायक बेंगलुरु एयरपोर्ट पहुंच जाने के बाद वापस क्यों लौट गए इसका कारण स्पष्ट हो गया है। भाजपा नेताओं ने राज्यपाल से मिलकर बताया कि वह मध्य प्रदेश पुलिस की सुरक्षा में खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं। इसलिए विधायकों को CRPF की सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए। राज्यपाल से डीजीपी की मुलाकात हुई और इसके बाद स्पष्ट हो गया कि बेंगलुरु से बागी विधायक भोपाल आएंगे परंतु CRPF की सुरक्षा में। याद दिला दें कि 15 मार्च को विधानसभा अध्यक्ष द्वारा दिए गए नोटिस की लास्ट डेट है। यदि विधायक उपस्थित नहीं हुए तो फ्लोर टेस्ट की तारीख बदल सकती है।
राज्यपाल ने DGP को दिया निर्देश
सूत्रों के मुताबिक बेंगलुरु में बैठे बागी विधायकों को केंद्रीय सुरक्षा के मामले पर मध्य प्रदेश के नए डीजीपी विवेक जौहरी और राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात हुई थी। राजपाल ने इस मामले को लेकर डीजीपी को निर्देशित किया है, इस मुलाकात के बाद अब बेंगलुरु में बैठे बागी विधायकों को सीआरपीएफ का सुरक्षा घेरा मिलेगा। यानी अब यह विधायक बेंगलुरु से भोपाल आएंगे तो इनकी सुरक्षा में सीआरपीएफ के सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे।
विधायक लिखकर देंगे तो मुहैया कराएंगे CRPF की सुरक्षा
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह हमारी जिम्मेदारी है और प्रोटोकॉल के तहत यह सुरक्षा मुहैया कराई जाती है। यदि विधायक मध्य प्रदेश पुलिस की सुरक्षा नहीं लेते हैं तो उन्हें हमें लिखकर देना होगा हालांकि अभी तक केंद्रीय सुरक्षा बल को लेकर या फिर पुलिस मुख्यालय से इस तरीके की कोई जानकारी नहीं आई है कि बेंगलुरु के विधायकों को सीआरपीएफ की सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी, लेकिन यदि आदेश आता है तो उसका पालन किया जाएगा।