भोपाल। भारत में करुणा वायरस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मध्यप्रदेश में कोई केस सामने नहीं आया है लेकिन मध्यप्रदेश के आसपास के राज्यों में कोरोनावायरस के मरीज मिले हैं। राजधानी भोपाल रेलवे ट्रैक के माध्यम से पूरे देश से कनेक्ट होती है। यहां खतरे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। डीआईजी इरशाद वली ने आज पुलिसकर्मियों को कोरोना वायरस से बचकर रहने के टिप्स दिए। उन्होंने बताया कि किस तरह ड्यूटी पर तैनात रहते हुए, कोरोना वायरस से बचा जा सकता है।
3 दिन में पीड़ितों की संख्या 134, तीन मौतें
भारत में पिछले 3 दिनों में कोरोनावायरस पीड़ितों की संख्या 134 हो गई है। मरने वालों की संख्या 3 पहुंच गई है। भारत सरकार एवं मध्य प्रदेश राज्य सरकार ने वायरस को महामारी घोषित कर दिया है। सरकार ने सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा दिया है। स्कूल, कॉलेज, कोचिंग, सिनेमाघर यहां तक कि मंदिरों में दर्शन प्रतिबंधित होते जा रहे हैं। उज्जैन में महाकाल के बाद ओरछा में श्री राम राजा सरकार के मंदिर में कोरोना वायरस के कारण प्रतिबंध लगाए गए हैं।
पुलिस कर्मचारियों को कोरोनावायरस का सबसे ज्यादा खतरा
शासकीय कर्मचारियों में पुलिस कर्मचारियों को कोरोनावायरस का सबसे ज्यादा खतरा है। पुलिस कर्मचारी की ड्यूटी हमेशा पब्लिक प्लेस पर होती है। एक पुलिस कर्मचारी दिनभर में कई अज्ञात लोगों से मिलता है। वह संदिग्ध लोगों पर नजर रखता है। जरूरत पड़ने पर तलाशी लेता है। उनके नजदीक जाता है। पूछताछ करता है बातचीत करता है। ऐसे में संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा पुलिस कर्मचारियों पर है। सरकार ने अब तक पुलिस कर्मचारियों को ना तो मास्क उपलब्ध कराएं हैं और ना ही सैनिटाइजर।