जबलपुर। सोशल मीडिया साइट एवं एप्लीकेशन OLX की तरह जाल साज अपराधियों का अड्डा बन गई है। जिस तरह OLX पर आए दिन ठगी की वारदातें होती रहती हैं उसी प्रकार फेसबुक पर भी अब हर रोज ठगी के नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। जबलपुर में DIG पुलिस एवं रेलवे पुलिस फोर्स का फेसबुक अकाउंट हैक किया गया और फ्रेंड्स एवं फॉलोअर्स से पैसे मांगे गए। इसी प्रकार मध्यप्रदेश के शाजापुर में एसडीओपी का फेसबुक अकाउंट हैक किया गया और पैसे मांगे गए। हर रोज इस तरह की कई घटनाएं हो रही है। शायद फेसबुक अब सुरक्षित नहीं रह गया।
दो सप्ताह में हैकर्स ने पूरे प्रदेश के 350 लाेग से धोखाधड़ी की है। डीआईजी जबलपुर, आरपीएफ जबलपुर व एसडीओपी शाजापुर के नाम से भी ठगी करने का प्रयास किया है। दोनों अधिकारियों के परिचित 20-20 लोगों को मैसेज कर रुपयों की मांग की। बदमाश पहले लोगों की फेसबुक व वाट्सएप आईडी हैक करते हैं। इसके बाद संबंधित के करीबियों व मित्रों को भावुकता भरे मैसेज कर रुपयों की मांग कर रहते हैं। रुपए गूगल-पे के माध्यम से मांगे जा रहे हैं। खास बात यह है कि इसमें हैकर परिचितों से 5 हजार से लेकर 20 हजार रुपए तक की ही मांग कर रहे हैं। कम रकम देखकर लोग संबंधों को ध्यान में रखते हुए रुपए डाल देते हैं। इसमें लोगों को लाखों रुपए की चपत लग चुकी है।
फेसबुक पर इस तरह की घटनाएं भी हो रही है
सायबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट शोभित चतुर्वेदी ने बताया ऐसा ही एक मामला 27 फरवरी को भी हुआ। इसमें भोपाल में पदस्थ एक AE का भाई दुर्घटना का शिकार हो गया। सूचना पर एई रीवा के लिए रवाना हुए रात को किसी कारण से उनका मोबाइल बंद हो गया। इधर उनके सभी अधिनस्थों को रुपयों के लिए मैसेज पहुंचे। सभी ने रुपए डाल भी दिए। करीब साढ़े तीन लाख रुपए हैकर ने जमा कर लिए। जब एई के अधीनस्थ एक कर्मचारी ने कॉल कर जानकारी दी तो मामले का खुलासा हुआ। फिलहाल हैकर्स की लोकेशन निकाली जा रही है।
अकेली जबलपुर में 15 मामलों की जांच चल रही है
सायबर सेल भाेपाल एसपी विवेक सहवाल ने बताया कि फेसबुक, वाट्सएप को हैक कर लोगों से रुपए लाने के मामले सामने आ रहे हैं। इनकी जांच भी की जा रही है। फिलहाल स्पष्ट संख्या नहीं बता सकता हूं। इसी तरह फेसबुक आईडी हैक हो रही है। सायबर सेल जबलपुर एसपी अंकित शुक्ला ने बताया करीब 15 केस मेरे पास ही हैं जिन पर काम चल रहा है। पूरे प्रदेश की बात की जाए तो करीब 350 केस है। जिनमें आईडी हैक कर रुपए मांगे हैं।
डीआईजी की आईडी हैक करने वाले की पहचान हुई
मंदसौर निवासी व्यापारी नवनीत शुक्ला (डीजे टप्पू) को करीब आठ दिन पहले डीआईजी जबलपुर एम.एस. वर्मा की आईडी से मैसेज आया। इसमें संबंधित ने जरूरत बताते हुए गूगल-पे पर 10 हजार रुपए देने को कहा। चूंकि डीआईजी जबलपुर वर्मा पूर्व में मंदसौर एसपी भी रह चुके हैं। शुक्ला को शंका हुई तो उन्होंने डीआईजी वर्मा को कॉल कर रुपए मांगने काे लेकर चर्चा की तब मामले का खुलासा हुआ। डीआईजी वर्मा ने बताया बदमाश ने मेरे परिचित करीब 20 लोगों को मैसेज कर रुपए मांगे थे। मामला गंभीर होने से जांच शुरू की है। बदमाश ट्रेस भी हो चुका है जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
बदमाश की लोकेशन आसाम की मिली
शाजापुर में पदस्थ SDOP अशोक उपाध्याय की फेसबुक आईडी से गरोठ निवासी भारतसिंह राठौर को मैसेज आया। इसमें पहले तो सामान्य चर्चा हुई। इसके बाद संबंधित ने 15 हजार रुपए गूगल-पे से डालने काे कहा। संबंधित ने नंबर भी दिया। इसके बाद लगातार रुपए डालने की जानकारी मांगने लगा। भारत सिंह को शंका हुई। उन्होंने एसडीओपी उपाध्याय को कॉल कर पूछा तो उन्होंने इनकार कर दिया। गरोठ में पदस्थ रह चुके एसडीओपी उपाध्याय ने बताया मैंने जानकारी निकालने का प्रयास किया तो बदमाश की लोकेशन आसाम की आ रही थी। इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की।