जबलपुर। मध्य प्रदेश शासन के आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ में पदस्थ इंस्पेक्टर एसएस धामी पर आरोप है कि उन्होंने जबलपुर के 2 पटवारियों को EOW ऑफिस बुलाया और बंधक बना लिया। यह सब कुछ किसी शासकीय कार्यवाही के अंतर्गत नहीं बल्कि इसलिए किया गया क्योंकि इंस्पेक्टर एसएस धामी एक विवादित जमीन का अपडेशन अपनी मर्जी के अनुसार करवाना चाहते थे।
मामला सुर्खियों में रहा और विवाद की स्थिति बन गई है। पटवारी एवं कर्मचारी संगठन EOW इंस्पेक्टर एसएस धामी के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। आरोप है कि इंस्पेक्टर एसएस धामी की जमीन का एक विवाद एसडीएम कोर्ट में विचाराधीन है। वह जमीन का अपने तरीके से अपडेशन कराना चाहते हैं ताकि केस जीत सकें। उन्होंने पटवारी आजाद पटेल एवं इंद्र कुमार को अपने ऑफिस में अवैध रूप से अनिरुद्ध कर दिया। करीब 1 घंटे तक दोनों कर्मचारियों को ना तो बाहर जाने दिया और ना ही किसी से बात करने दी। दोनों पटवारियों के मोबाइल फोन भी छीन लिए।
कलेक्टर भरत यादव ने पटवारियों को मुक्त कराया
इस घटना की जानकारी जब कलेक्टर भरत यादव तक पहुंची तो उन्होंने तत्काल SP EOW नीरज सोनी को सारी स्थिति से अवगत कराया। कलेक्टर ने नीरज सोनी को कलेक्ट्रेट बुलाकर चर्चा की। इसके बाद दोनों पटवारियों को मुक्त कर दिया गया। इस घटना के बाद सभी पटवारी एवं कर्मचारी संगठन लामबंद हो गए हैं। वह आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।