गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (SFIO) के अफसरों ने 6500 करोड़ रुपये के बैंकिंग फ्रॉड मामले में फ्रॉस्ट इंटरनेशनल (frost International, kanpur) के मालिक उदय देसाई, उसके बेटे सुजय (businessman Uday Desai and his son sujay Desai) और रोटोमैक ग्रुप के मालिक विक्रम कोठारी (vikram Kothari owner of rotomac group) को गिरफ्तार कर लिया है। मजिस्ट्रेट कोर्ट ने तीनों को गुरुवार को एसएफआईओ की हिरासत में भेज दिया है।
उदय और सुजय देसाई को मुंबई से विक्रम कोठारी को कानपुर से अरेस्ट किया
कारपोरेट मामलों के मंत्रालय के तहत आने वाला गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय फ्रॉस्ट इंटरनेशनल लिमिटेड (frost International Limited) और रोटोमैक ग्रुप ऑफ कंपनीज (rotomac Group of Companies) के खिलाफ जांच कर रहा है। सूत्रों ने बताया कि उदय देसाई और उनके बेटे सुजय को पूछताछ के लिए मुंबई तलब किया गया था। जवाब से संतुष्ट न होने पर दोनों को मुंबई में ही, जबकि विक्रम कोठारी को कानपुर से गिरफ्तार किया गया। फ्रास्ट इंटरनेशनल पर विभिन्न सरकारी बैंकों की 3595 करोड़ से ज्यादा और रोटोमैक ग्रुप पर 14 सरकारी बैंकों की 4000 करोड़ की देनदारी है।
दोनों कंपनियों पर कुल 6500 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप
सूत्रों के मुताबिक, जांच में पता चला कि कंपनियां मर्चेंटिंग ट्रेड स्कीम (merchant trade scheme) का दुरुपयोग कर पैसों के राउंड ट्रिपिंग (round tripping of money) में शामिल थीं। स्कीम में आवश्यक बैंक धनराशि हासिल करने के लिए उन्होंने अपने वित्तीय विवरणों में फेरबदल किया और कई विदेशी संस्थाओं को काल्पनिक डेबिट नोट जारी किए, जो कि उनके नियंत्रण में थी। इस तरह रोटोमैक ग्रुप ने 3000 करोड़ और फ्रॉस्ट इंटरनेशनल लिमिटेड ने 3500 करोड़ की धोखाधड़ी की।