ग्वालियर। हिंदू नवसंवत्सर पर भगवान भुवन को अघ्र्य नहीं दिया जाएगा और न ही तैरते मंच पर कलाकार अपनी प्रस्तुतियां दे सकेंगे। कोरोना वायरस का असर नवसंवत्सर कार्यक्रम पर भी पड़ा है। नवसंवत्सर का आगाज 25 मार्च को गुढ़ी पड़वा पर होगा, जिसके लिए छात्र-छात्राएं कई दिनों से तैयारियां करते हुए रिहर्सल करने में जुटे हुए हैं।
नगर निगम व संस्कार भारती द्वारा जल विहार परिसर में तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है जिसमें स्थानीय और बाहर के कलाकार आकर अपनी प्रस्तुति देते हैं। नवसंवत्सर पर प्रात: 4 बजे से सैकड़ों लोग जलविहार परिसर पहुंचकर सूर्य का स्वागत करते हुए अघ्र्य देते हैं और गुढ़ी पड़वा को मनाते हैं, लेकिन कोरोना वायरस के चलते नगर निगम द्वारा आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है जिसके चलते कलाकारों में मायूसी है।
नवदुर्गा के लिए होगी धर्मगुरुओं की बैठक
25 मार्च को नवसंवत्सर का आगाज होगा साथ ही चैत्र नवरात्रि शुरू होगी। नवरात्रि पर शीतला माता मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है तो वहीं शहर के मांढरे की माता, नहर वाली माता, झांसी रोड स्थित वैष्णो देवी, मंशा देवी, महलगांव स्थित करौली माता मंदिर में सुबह से लेकर देर रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। चैत्र नवरात्रि पर शीतला माता मंदिर में सैकड़ों भक्त पदयात्रा करते हुए पहुंचते हैं, नवदुर्गा के दौरान भक्तों को कोरोना वायरस से कैसे बचाया जाए इसे लेकर प्रशासन धर्म गुरुओं के साथ मंथन बैठक करेगा। शीतला माता मंदिर श्रद्धालुओं के खुला रखा जाए या फिर बंद किया जाए यह निर्णय बैठक में होगा। इस बैठक में मंदिर के पदाधिकारियों को बुलाया जाएगा। यह जानकारी एडीएम किशोर कान्याल ने दी।