इंदौर। काेराेनावायरस फैलने के डर से इंदाैर में 27 से 29 मार्च काे हाेने वाला आईफा अवाॅर्ड्स टलना लगभग निश्चित हो गया है। आईफा की एक टीम 6 मार्च काे भाेपाल आ रही है, जाे अंतिम फैसला लेगी। वहीं, कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए शिक्षा विभाग ने परीक्षा देने वाले छात्रों को अलग बैठाने की गाइडलाइन जारी की हैं। साथ ही इंदौर-दुबई फ्लाइट की बुकिंग भी 30 प्रतिशत तक घट गई है।
दरअसल, काेराेना वायरस के बढ़ते मामलाें काे देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़े आयाेजनाें काे रद्द करने वाली गाइडलाइन जारी की है। इसी काे देखते हुए आईफा टीम आयाेजन काे मई तक बढ़ाने पर विचार कर रही है। हालांकि मुख्य सचिव एसआर माेहंती ने कहा है कि उन्हें फिलहाल आईफा के टलने की कोई सूचना नहीं मिली है। यदि आईफा कार्यक्रम टलता है ताे इससे इंदाैर में हाे रही तैयारियाें पर पूर्ण विराम लग जाएगा। यहां लगभग सभी बड़े हाेटल्स बुक हाे गए हैं। करीब 5 हजार रूम बुक हैं। बॉलीवुड के ही अकेले 5 हजार लोग आने वाले हैं।
इन मेहमानों के लिए शासन स्तर पर अभी से 3 हजार से ज्यादा टैक्सियां बुक की गई हैं। मेहमानों को उज्जैन, महेश्वर, मांडू, ओंकारेश्वर का भ्रमण कराया जाना तय है, इसके लिए भी बड़ी संख्या में टैक्सी और लग्जरी बसों को भी बुक कराया गया है। एक दिन पहले ही मुंबई में प्रेस काॅन्फ्रेंस कर आईफा टीम ने अवाॅर्ड के लिए नाॅमिनेशन्स, हाेस्ट और परफाॅमर्स की लिस्ट जारी की थी। कार्यक्रम काे अभिनेता सलमान खान और रितेश देशमुख हाेस्ट करेंगे।
वायरस के चलते इंदौर-दुबई फ्लाइट की बुकिंग 30 फीसदी तक घट गई है। ट्रेवल एजेंटों की मानें तो मार्च की ज्यादातर बुकिंग निरस्त हो गई है। आने वाले समय में ये बुकिंग और घट सकती है। इंदौर से विदेश घूमने जाने वाले टूर पैकेज में 60% तक की कमी आ गई है। पहले विदेशों की बुकिंग निरस्त हो रही थी, अब डोमेस्टिक टूर पर भी असर आ रहा है। इंदौर-दुबई फ्लाइट में फरवरी तक 75-80 फीसदी से ज्यादा बुकिंग चल रही थी। अब ये लगातार घट रही है।
वहीं, एयर इंडिया प्रबंधन फिलहाल इससे इनकार कर रहा है। प्रबंधन का कहना है फ्लाइट का संचालन जारी रहेगा। इंदौर-दुबई फ्लाइट में बुकिंग लगातार निरस्त हो रही है। वहीं, एयर इंडिया कैंसिलेशन के नाम पर राउंड फेयर में आठ हजार रुपए तक काट रहा है। इसे लेकर ट्रेवल एजेंटों से एयर इंडिया के अधिकारियों की बहस भी हुई। ट्रेवल एजेंटों का कहना है जब मेडिकल इमरजेंसी है, लोग इन्हीं वजहों से टिकट कैंसिल करवा रहे हैं तो फिर रिफंड उन्हें पूरा मिलना चाहिए। जब अधिकारियों ने बात नहीं सुनी तो इसे लेकर जमकर बहस भी हुई।
विविध औद्योगिक संगठनों ने अपने अलग-अलग कॉन्क्लेव निरस्त करना शुरू कर दिए हैं। चाइना से व्यापार पूरी तरह से ठप हो गया है। दवा उद्योगों पर इसका असर दिख रहा है।