इंदौर। डेंगू और स्वाइन फ्लू सहित अन्य गंभीर बीमारियों की जांच के लिए शहर में वायरोलॉजी लैब एवं अन्य जांच सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर हाई कोर्ट में दायर जनहित याचिका पर सोमवार को सुनवाई हुई। जस्टिस एससी शर्मा और जस्टिस शैलेंद्र शुक्ला की युगल पीठ के समक्ष शासन की ओर से वायरोलॉजी लैब को लेकर स्टेटस रिपोर्ट पेश की जा चुकी है।
शासन का कहना है लैब शुरू हो गई है और वहां सेम्पल की जांच भी की जा रही है। लैब को लेकर अधिकांश उपकरण आ चुके हैं, कुछ उपकरण बाहर से आना है। लैब शुरू होने से शहर की जनता को राहत मिल रही है डेंगू, स्वाइन फ्लू सहित अन्य गंभीर बीमारियों की जांच सैम्पल बाहर नहीं भेजना पड़ रहे हैं। शासन की रिपोर्ट पर याचिकाकर्ता के वकील का कहना था लैब तो शुरू हो गई है लेकिन अभी भी कई गंभीर बीमारियों की सेम्पलों की जांच यहां नहीं हो पा रही है। इस पर कोर्ट ने उन्हें विधिवत प्रति उत्तर पेश करने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने 24 अप्रैल को अगली सुनवाई के आदेश दिए हैं।
पूर्व पार्षद महेश गर्ग ने 2017 में यह जनहित याचिका दायर की गई थी। उनका कहना है सफाई के मामले में लगातार तीन बार शहर नंबर वन आ गया है फिर डेंगू और स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियां कम नहीं हो रही है। हर वर्ष कई लोग इनकी वजह से जान गंवा देते है। प्रदेश की आर्थिक राजधानी होने के बावजूद यहां गंभीर बीमारियों के सैम्पल की जांच के लिए अत्याधुनिक लैब नहीं है। हालांकि याचिका के बाद से कोर्ट की सख्ती के बाद सरकार ने कदम उठाए हैं और लगातार स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।